देश में रिकार्ड गेहूं उत्पादन के चलते किसानों के फायदे के लिए आयात शुल्क 20 से बढ़ाकर 30 प्रतिशत कर दिया गया है। यह कदम घरेलू कीमतें कम न होने के मद्देनज़र लिया गया है जिससे कि न्यूनतम समर्थन मूल्य भी प्रभावित न हो। इस बीच सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज़ एंड कस्टम्स की अधिसूचना के अनुसार अखरोट के छिलके पर आयात शुल्क बढ़ाकर सौ प्रतिशत हो गई है साथ ही गेहूं पर आयात शुल्क बढ़ा दिया गया है।
गौरतलब है कि गेहूं की इस फसल वर्ष में रिकार्ड 9.861 करोड़ उत्पादन का अनुमान है। इस बीच सरकार ने गेहूं खरीद भी 3.33 करोड़ टन कर ली है जिसे वह (एक्स लुधियाना मूल्य) 1900 रुपए के हिसाब आटा मिल जैसे बल्क कंज्यूमर्स को बिक्री करने की इच्छा कर रही है। इसके मद्देनज़र सरकार की बिक्री को प्रभावित न होने देने के लिए आयात पर शुल्क बढ़ा दिया गया है।
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