हैप्पी सीडर से गेहूं की बुवाई करना पराली की समस्या का समाधान करने का सबसे बेहतर तरीका माना जा रहा है. इसकी मदद से बुवाई करने पर पराली मिट्टी के अंदर दब जाती है और एक परत खेत की ऊपरी सतह पर रह जाती है जो खेत में नमी बनाए रखती है. इससे अंकुरण और पौधों की पैदावार में मदद मिलती है. इसी के चलते पंजाब के गुरदासपुर जिले के किसान गुरदयाल सिंह और जगदीप सिंह लंबे समय तक गेहूं की कटाई के बाद भूसा बनाकर बचे हुए गेहूं के दानों को ट्रैक्टर से चलने वाले उल्टे हल से खेत में दबाने की कोशिश कर रहे हैं
महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने किसानों के लिए ट्रैक्टर के खिलाड़ी प्रतियोगिता का आयोजन किया. इस प्रतियोगिता का आयोजन गांव बलना, राधा स्वामी सत्संग भवन के सामने, अंबाला, हरियाणा में किया गया जिसमें लगभग 300 से 400 किसान शामिल हुए. महिंद्रा ट्रैक्टर्स द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले किसानों ने पीछे के गेयर से 8 बना कर दिखाया, जो किसान विजेता बना उसे 11 हजार से लेकर 51 हजार तक का इनाम दिया गया.
मल्टी लेयर फार्मिंग या मल्टी टियर फार्मिंग (Multi Layer Farming) एकीकृत इंटरक्रॉपिंग की एक बेहतरीन तकनीक है, जो एक समय में एक ही ज़मीन पर कई फसलों को उगाने में सक्षम है. बहुस्तरीय खेती मुख्य रूप से नकदी फसल पर आधारित है और इसमें सब्जियों, फलों व फूलों की खेती शामिल है.
आम को पसंद करने वाले लोगों को एक समस्या का सामना करना पड़ता हैं। वो हैं असली और नकली आम के पहचान की। दरअसल इस वक़्त बाजारों में आमों की खूब कालाबाजारी देखने को मिलती हैं। ऐसे में कई लोगों को आम का सबसे पसंदीदा वैरायटी अल्फांसो आम की काफी ज्यादा डिमांड रहती हैं.लेकिन लोगों को कठिनाई वहां होती हैं जब उन्हें असली और नकली अल्फांसो की पहचान करने में ढेरों समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। ऐसे में आज हम अपने इस स्पेशल वीडियो में असली और नकली अल्फांसो के बीच का अन्तर बताने जा रहे हैं। और ये अंतर सिर्फ हम ही नहीं बल्कि हमारे एक्सपर्ट्स भी आपको असली और नकली के बीच का पहचान बताएंगे।
भारतीय बीज उद्योग संघ (FSII) द्वारा दिल्ली में 'इनोवेट, संरक्षित, समृद्ध: बीज सेक्टर को अगले स्तर पर ले जाने में बौद्धिक संपदा संरक्षण की भूमिका' पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें डॉ. राज एस परोडा, एडवांसमेंट ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेस (टीएएस) के संस्थापक अध्यक्ष ने कहा, "प्रभावी आईपीआर संरक्षण नए बीज प्रकार और कृषि प्रौद्योगिकियों का विकास करने में निवेश को प्रोत्साहित करता है। जब नवाचारक अपने सृजनों को संरक्षित होने की दृढ़ता से विश्वास करते हैं, तो वे नए और अभूतपूर्व समाधानों के लिए संसाधनों का समर्पित करने के लिए अधिक संभावित हैं, अंततः किसानों और उपभोक्ताओं को भी लाभ पहुंचता है। नई बीज प्रकारों और कृषि प्रौद्योगिकियों के अनुसंधान और विकास में निवेश। एक मजबूत आईपीआर ढांचा शोधकर्ताओं, बीज उद्योग और किसानों के हित की रक्षा करेगा।"
अजय स्वामी पिछले 20 सालों से हनुमानगढ़ जिले में एलोवेरा समेत कई फसलों की सफल खेती और प्रोसेसिंग करते हैं जिससे वह एक से डेढ़ लाख रुपये प्रति महीने मुनाफा कमाते हैं. अगर शिक्षा की बात करें तो उनकी पढ़ाई आठवीं तक हुई है. उनके पिता का देहांत बचपन में ही हो गया था जिस वजह से काफी छोटी उम्र में ही उन पर जिम्मेदारियां आ गईं थी. उनके पास कोई आर्थिक संसाधन नहीं थे इस वजह से उन्हें बचपन से ही काम करना पड़ा.
जैविक खेती मृदा, खनिज, जल, पौधों, कीटों, पशुओं व मानव जाति के समन्वित संबंधों पर आधारित है। यह मृदा को संरक्षण प्रदान करता है वहीं पर्यावरण को भी सरंक्षण प्रदान करता है। इन्हीं सभी बातों से प्रेरित होकर उत्तराखंड़, जिला हरिद्वार से एक यूवा किसान, आशीष सैनी, ने पारंपरिक खेती को छोड़ जैविक पद्दती से गन्ने की खेती करने का फैसला लिया.
किसान अब करवा सकते है कृषि संयंत्रों का बीमा
AIC दे रही कृषि संयंत्रों पर बीमा की सुविधा
ड्रिप इर्रिगेशन के महंगे सिस्टम का भी हो सकता है बीमा
कृषि सिचाई संयंत्रों के चोरी होने पर मिलेगा मुआवजा
चोरी, टूटने और आपदा से हुए नुकसान पर होगी भरपाई
ट्रॉली, टीलर, वीडर, पावर वीडर आदि कृषि संयत्रों पर उठाये बीमा का लाभ
सरल कृषि बीमा में मिलेगा मशरूम, रेशम, उद्योग पर बीमा
मत्स्य पालकों के लिए श्रिम्प मछली का बीमा करवा सकते है किसान
प्राचीन समय से ही भारत को मसालों का देश कहा जाता है. भारत में अलग-अलग हिस्से में कई तरह के मसाले खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए उपयोग किए जाते हैं. आज हम बात धनिया की कर रहे हैं. अगर आप धनिया की खेती में समय कम लगाकर अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आप हरी धनिया बेचकर हर महीने 25 से ₹30,000 कमा सकते हैं. हर साल डेढ़-2 बीघे खेत में हरी धनिया की खेती कर ₹3-4 लाख तक की कमाई की जा सकती है.
Farmer Success Story: सफल किसान डॉ. राजाराम त्रिपाठी Chhattisgarh के बस्तर जिले के रहने वाले हैं. इन्हें हरित-योद्धा, कृषि-ऋषि, हर्बल-किंग, फादर ऑफ सफेद मूसली आदि की उपाधियों से नवाजा गया है. Dr. Rajaram Tripathi ने किसानी के जरिए न सिर्फ अपनी जिंदगी बदली, बल्कि कई अन्य Farmers को भी आर्थिक रूप से मजबूत बनाया है. यही वजह है कि कृषि जागरण/Krishi Jagran द्वारा आयोजित और महिंद्रा ट्रैक्टर्स/Mahindra Tractors द्वारा प्रायोजित ‘मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया-2023 अवार्ड्स/ Millionaire Farmer of India-2023 Awards शो में केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला/ Purshottam Rupala द्वारा डॉ. राजाराम त्रिपाठी को ‘रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया’/Richest Farmer of India/RFOI का अवार्ड दिया गया था. वही, औषधीय फसलों की खेती/cultivation of medicinal crops से डॉ. राजाराम त्रिपाठी सालाना 25 करोड़ रुपये का टर्नओवर जनरेट करते हैं. अगर उनके साथ जुड़े किसानों की बात की जाए, किसानों का पूरा समूह औषधीय फसलों की खेती से करीब 2.5 हजार करोड़ रुपये का टर्नओवर/medicinal plants farming profit हर साल जनरेट कर रहा है. ऐसे में आइए इस वीडियो में सफल किसान डॉ. राजाराम त्रिपाठी की सफलता की कहानी/Success story of successful farmer Dr. Rajaram Tripathi उन्हीं की जुबानी जानते हैं-
जानियें क्या है POSP ? कैसे करें अवेदन?
POSP बनने के लिए क्या है न्यूनतम साक्षरता और आयु सीमा ?
AIC में POSP के तौर पर कैसे होगी नियुक्ति ?
AIC में एक POSP महीने में कितना कमा लेता है ?
POSP का कार्यक्षेत्र निर्धारण प्रक्रिया क्या है?
क्या एक POSP एक से अधिक राज्यों/जिलों में कार्य कर सकता है?
क्या POSP एक से अधिक कंपनी के लिए कार्य कर सकते है?
POSP, AIC के उत्पाद का बीमा किस प्रकार से कर सकता है?
क्या POSP एक समय मे एक से अधिक उत्पाद को बेच सकता है?
क्या POSP को बीमा के लिए दावा की सूचना दी जा सकती है? जानियें पूरी जानकारी इस विडियो में......
देश में किसानों की आर्थिक स्थिति को ठीक करने के लिए आए दिन सरकार किसी न किसी योजना का संचालन करती ही रहती है. ताकि देश के किसानों को आर्थिक सहायता मिल सके. इसी कड़ी में सरकार ने किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की है. इस योजना के माध्यम से किसानों को हर साल 6000 रुपये दी जाती है. इतना ही नहीं किसानों के लिए सरकार ने मानधन योजना की भी शुरुआत की है. अब ऐसे में ये सवाल उठता है कि क्या PM Kisan और किसान मानधन योजना का लाभ एक साथ लिया जा सकता है या नहीं
PM Kisan Yojana: देश के करोड़ों किसानों को पीएम किसान योजना की 17वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है. अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो इसके लिए आवेदन कर सकते हैं.
लम्पी स्किन वायरस एक वायरल त्वचा रोग है जो मुख्य रूप से जानवरों को प्रभावित करता है. यह खून चूसने वाले कीड़ों, जैसे मक्खियों, मच्छरों की कुछ प्रजातियों और किलनी से फैलता है. लंपी के शुरुआती लक्षण में पशुओं को बुखार हो जाना या त्वचा पर गांठ भी पड़ जाती है और इतना ही नहीं इससे पशुओं की मौत भी हो सकती है. एनिमल एक्सपर्ट की मानें तो अभी इस बीमारी का इलाज कह लें या रोकथाम सिर्फ वैक्सीन ही है. लेकिन परेशान करने वाली बात ये है कि मई में लंपी बीमारी के फैलने का अलर्ट जारी किया गया है.
जब भी गधे की बात होती है तो एक बेबस और बेचारे जानवर की छवि दिमाग में आती है. वहीं, जानवरों में भी गधे को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जाती है. लेकिन, क्या आप जानते हैं भारत में जिस गधे का इस्तेमाल सिर्फ सामान ढोने के लिए किया जाता है, उस प्रजाति की मादा का दूध काफी फायदेमंद होता है और काफी महंगा आता है. जी हां, गधी का दूध काफी कीमती होता है और इसकी कीमत भी काफी ज्यादा होती है. भारत में भले ही इसका पालन नहीं किया जा रहा, लेकिन कई देशों में गधी का पालन किया जाता है और इसका दूध हजारों रुपये में बेचा जाता है.
राजस्थान के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. खेतों में तारबंदी, फॉर्म पॉन्ड, सिंचाई पाइपलाइन, डिग्गी, पानी का हौज व कृषि यंत्र के लिए कृषि विभाग ने राज किसान साथी पोर्टल पर आवेदन शुरू कर दिए हैं. राज किसान साथी पोर्टल पर या ई-मित्र केंद्र से किसान अपने जनाधार नंबर से योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के समय किसान के पास खेत की जमाबंदी की नकल व राजस्व विभाग की ओर से जारी खेत का नक्शा होना जरूरी है.
बारिश और लू से गेहूं की फसल को नुकसान होने की संभावना बनी है. जिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने गेहूं खरीद के नियमों में ढील दी है. MSP पर गेहूं खरीद के नियम बने हुए हैं, जिसके तहत MSP पर गेहूं खरीद के लिए नमी, चमक, सिकुड़े और टूटे दानों और गेहूं में दूसरी फसलों के दानों की मात्रा जैसे नियमों का पालन किया जाता है. FCI ने MSP पर गेहूं खरीद के लिए नमी की मात्रा 12 से 14 फीसदी तक रखी है. इससे अधिक नमी होने पर गेहूं की खरीदी नहीं होती है. वहीं एक क्विंटल यानी कुल फसल में 6 फीसदी सिकुड़े या टूटे गेहूं के दाने की मात्रा निर्धारित की गई है. इसी तरह MSP पर बिकने आए गेहूं में दूसरे अनाजों की मात्रा 0.75 फीसदी से अधिक नहीं होनी चाहिए. वहीं चमक को लेकर भी नियम बने हुए हैं. गेहूं की चमक में 90 फीसदी होने पर MSP पूरा देने का प्रावधान है.
बर्ड फ्लू/Bird Flu के अलावा, अन्य कारकों ने वैश्विक स्तर पर अंडे/Egg की कीमतें बढ़ाने में योगदान दिया है। मेक्सिको में, भीषण गर्मी के कारण मुर्गियाँ बड़ी संख्या में मर गईं, जिससे कीमतें 30% तक बढ़ गईं। जापान, जो प्रति व्यक्ति अंडों का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है, ने कई प्रान्तों में बर्ड फ्लू के मामलों की सूचना दी है, जिससे कीमतों में 20% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है।
एपीडा (Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority) बास्केट में 719 अनुसूचित कृषि उत्पादों का निर्यात पिछले वित्त वर्ष के 11 महीनों के दौरान 6.85 प्रतिशत घटकर 22.4 अरब डालर रहा। जबकि अप्रैल-फरवरी 2022-23 में यह 24 अरब डालर था। बास्केट में शामिल 24 प्रमुख वस्तुओं में से 17 में इस दौरान सकारात्मक वृद्धि देखी गई है। आइएपूरी खबर के बारे में जान लेते हैं।
सरकार किसानों/Farmers को सहायता प्रदान करने के लिए योजनाएं/Schemes चलाती है. आज हम आपको ऐसे ही कुछ योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं. जो किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती हैं. अगर आप किसान है और आपने अब तक इन योजनाओं के लिए आवेदन नहीं किया है. तो बिना देरी किए इनके लिए आज ही आवेदन कर दीजिए.
Krishi Jagran proudly introduces 'Chai with Payalh', an enchanting talk show where renowned entrepreneurs and influential personalities engage in enlightening conversations over a cup of tea.
So, join along to learn about the depth of their success stories and glean wisdom from their experiences.
So sit back, relax, and let 'Chai with Payalh' inspire and invigorate your mind and spirit.
धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने शक्तिशाली कीटनाशक 'लानेवो' (LaNevo) और बायो-फर्टिलाइजर 'माईकोर सुपर' (MYCORe Super) को लांच कर दिया है, जो फसल सुरक्षा और पैदावार में वृद्धि का काम करेगी.
दुनिया भर में पीने के साफ पानी की किल्लत/Water Crisis विकराल समस्या बनती जा रही है। धरती पर मौजूद पानी का 97 फीसद समुद्रों में है और तीन फीसद ही पीने योग्य है। संयुक्त राष्ट्र की एक रपट के अनुसार 2025 तक दुनिया की चौदह फीसद आबादी के सामने जल संकट खड़ा हो जाएगा। अगर पानी/Water की बर्बादी रोकने और जल संरक्षण/Save Water के उपाय नहीं किए गए तो हालात और खराब हो सकते हैं।
खरीफ 2024 सीजन के लिए, PMFBY के तहत नामांकन केवल हिमाचल प्रदेश में शुरू हुआ है, जबकि 20 दिन बीत चुके हैं। खरीफ के लिए सामान्य नामांकन एक अप्रैल से शुरू होता है और 31 जुलाई को समाप्त होता है।
वित्त वर्ष 2024 में Basmati Rice के निर्यात ने मात्रा और मूल्य दोनों में उल्लेखनीय वृद्धि हासिल की है। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से फरवरी तक शिपमेंट 5.2 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया है और निर्यात मात्रा 4.67 मिलियन टन से अधिक है जो एक नया रिकॉर्ड है।
टेक्नोलॉजी में विकास होने के साथ के साथ सुविधाएं भी बढ़ जाती हैं. कुछ ऐसा ही किसानों के साथ भी हो रहा है. बढ़ते टेक्नोलॉजी के साथ किसानों को खेती करना आसान हो रहा है. किसान बढ़ चढ़ कर इसका लाभ भी ले रहे हैं. कई ऐसे किसान भी हैं जो गाय, भैंस पालकर दूध दही का काम करते हैं और उसी बिजनेस से उनका घर परिवार चलता है. लेकिन अब सरकार के ओर से ‘सेक्स्ड सीमन’ पर सब्सिडी मिलने के बाद किसानों के लिए यह काफी कारगर और फायदेमंद साबित हो रहा है.
सरकार ने नैनो तरल यूरिया के बाद अब नैनो यूरिया प्लस को भी मंजूरी दे दी है. नैनो यूरिया प्लस, नैनो यूरिया का एक उन्नत संस्करण है जो पौधे के विकास के विभिन्न चरणों में नाइट्रोजन की बेहतर आपूर्ति और पोषण प्रदान करेगा. भारत सरकार द्वारा नैनो यूरिया प्लस को 3 वर्षों तक के लिए मंजूरी दी है. इस अधिसूचना के बाद किसानों को बाजार में नैनो यूरिया प्लस भी मिलने लगेगा
मौसम विभाग के पूर्वानुमान और स्थानीय जलवायु पैटर्न के आधार पर, भारत चुनाव आयोग ने लू की स्थिति वाले क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों की पहचान की है। आयोग ने मतदाताओं को धूप से बचाने के लिए मतदान केंद्रों पर पर्याप्त छायादार व्यवस्था करने के निर्देश जारी किए हैं. पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले आयोग ने कहा कि मतदान केंद्रों पर तंबू, छतरियां और छतरियों के साथ-साथ कुर्सियों की भी व्यवस्था की जाएगी।
Lok Sabha Election 2024 का आगाज हो गया है. आज पहले चरण के तहत 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत लॉक होने जा रही है. इन सीटों में 9 सीट ऐसी भी हैं, जिसमें केंद्रीय मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं.इस फेज में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. पहले चरण में 1600 से ज्यादा उम्मीदवार मैदान पर हैं.
किसानों को अब किसी भी फसल की बुवाई करने में समस्याओं का सामना करना नहीं पड़ेगा और फसल की निकासी भी बहुत अच्छी होगी. दरअसल, कुछ किसान जानकारी के अभाव में कृषि की बुवाई सही से नहीं कर पाते, जिससे उन्हें फसल के नुकसान सहित कम आमदनी का भी सामना करना पड़ता है. लेकिन अब इससे किसानों को छुटकारा मिलेगा. कृषि विज्ञान केंद्र के डॉक्टर किसानों को निशुल्क इसका प्रशिक्षण दे रहे हैं.
मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना की घोषणा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की गयी थी। इस योजना में फसलों को आवारा पशुओं से बचाने के लिए इलेक्ट्रिक सौर बाड़ लगाने हेतु किसानों को प्रति हेक्टेयर 1.43 लाख का अनुदान दिया जाएगा। Mukhyamantri Khet Suraksha Yojana के तहत, फसलों को जानवरों से बचाने के लिए केवल 12 वोल्ट के इलेक्ट्रिक करंट से चलने वाली एक सौर बाड़ लगाई जाएगी। सौर बाड़ को छूने से जानवरों को हल्का झटका लगेगा, जिससे उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा
PM Kisan Samman Nidhi Yojana: देशभर में करोड़ों किसान भारत सरकार की महत्वाकांक्षी स्कीम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे हैं। भारत सरकार ने इस योजना की शुरुआत कुछ सालों पहले की थी। इस स्कीम के अंतर्गत सरकार देश के गरीब किसानों को हर साल 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है।
विधानसभा चुनाव से पहले की गई गारंटी लागू नहीं करने को लेकर विपक्षी दलों के बढ़ते हमलों के बीच तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने सोमवार को घोषणा की कि 15 अगस्त तक 2 लाख रुपये तक के कृषि ऋण माफ कर दिए जाएंगे। लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के अभियान के हिस्से के रूप में सोमवार शाम नारायणपेट में कांग्रेस ‘जनजात्रा सभा’ को संबोधित करते हुए रेवंत रेड्डी ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनका ऋण एक बार में माफ कर दिया जाएगा।
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने अपना घोषणापत्र (BJP Manifesto 2024) जारी कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रविवार (14 अप्रैल) को पार्टी मुख्यालय में भाजपा का घोषणापत्र जारी किया गया. भाजपा ने घोषणापत्र में युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों पर ध्यान केंद्रित किया है. भाजपा ने अपने घोषणापत्र में कई बड़े वादे और घोषणाएं की हैं.
भारत में मानसून की स्थिति सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग ने 15 अप्रैल को इस साल के दक्षिण-पश्चिम मानसून का पहला पूर्वानुमान जारी किया। IMD ने अपने अनुमान में बताया कि भारत के ज्यादातर इलाकों में चार महीने के मानसून सीजन के दौरान लॉन्ग टर्म एवरेज की 106 प्रतिशत बारिश होगी।
5 अप्रैल को नई दिल्ली स्थित कृषि जागरण हेड ऑफिस में Rooting for Radish पर केन्द्रित एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें चीफ गेस्ट के तौर पर Dr. Prabhat Kumar Commissioner, Horticulture शामिल हुए. साथ ही Dr. Sudhakar Pandey, ADG, Horticulture, कमल सोमानी, प्रबंध निदेशक, Somani Seedz कंपनी और डॉ. बीएस तोमर, एचओडी, वेजिटेबल साइंस, IARI समेत कृषि क्षेत्र से जुड़े कई कंपनियों के अधिकारी, एग्रीकल्चर और हेल्थ एक्सपर्ट शामिल हुए.
Loan Scheme: अगर आप भी अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं और आपके पास निवेश की कमी है, तो चिंता न करें. आप केंद्र सरकार की मुद्रा लोन योजना का लाभ उठाकर 20 लाख रुपये तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
भारत का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है। वहां रहने वाले अधिकांश लोग गांव में रहते हैं, और वे ज्यादातर खेती और जानवरों की देखभाल करके अपना जीवन बिताते हैं। अभी, खेती से आने वाले पैसे का लगभग 29.3 प्रतिशत हिस्सा जानवरों की देखभाल से आता है। उत्तर प्रदेश में बहुत सारे जानवर पाले जाते हैं, लेकिन उनके द्वारा उत्पादित दूध की मात्रा समय के साथ कम होती जा रही है। इसका मतलब है कि किसान कम पैसा कमा रहे हैं और सरकार इसे लेकर चिंतित है।
भारत में पराली जलाने की वजह से होने वाला प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन चुका है. कई सालों से तमाम सरकारों से लेकर तमाम संस्थाएं इससे निपटने का तरीका ढूंढ रही हैं. हालांकि कई प्रोजेक्ट पर काम भी किया जा रहा है, लेकिन इसी बीच शार्क टैंक इंडिया के तीसरे सीजन में एक ऐसा स्टार्टअप आया है, जिसने पराली से निपटने का बेहतरीन सॉल्यूशन निकाला है. इससे जहां अन्य कई फायदे तो होंगे ही, वहीं इससे एक बड़ा बिजनेस भी खड़ा हो जाएगा.
अब पारंपरिक खेती से हट कर किसान फूलों की खेती कर रहे हैं. क्योंकि फूलों की डिमांड पूरे साल रहती है और इससे होने वाली कमाई से किसानों की आर्थिक स्थिती भी सुधर रही है. वैसे लोगों को लगता है कि धान, गेहूं, मक्का, गन्ना और सरसों जैसी फसलों की खेती से ही कमाई की जा सकती है, लेकिन ऐसी बात नहीं है. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के किसान पारंपरिक फसलों के अलावा अब आधुनिक विधि से बागवानी फसलों की खेती भी कर रहे हैं.
देश में किसानों को सशक्त बनाने और उन्हें आर्थिक मजबूती प्रदान करने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है. उन्हीं योजनाओं में से एक है पीएम किसान सम्मान निधि योजना यह केंद्र सरकार की एक योजना है, जो किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है और अब तक करोड़ों किसान इस योजना का लाभ उठा चुके हैं.
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक नई योजना लांच की गई है जिसका नाम है पीएम सूर्य घर मुक्त बिजली योजना जिसका उद्देश्य मुक्त में बिजली प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से देश के एक करोड़ घरों में 300 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी जिससे काफी ज्यादा लोगों को सुविधा मिलने वाली है।
बागवानी कर रहे किसानों के लिए अच्छी खबर है. अब उनके लिए सब्सिडी लेना आसान हो गया है. सरकार बागवानी किसानों को सब्सिडी देने के लिए एक नया मंच लेकर आई है. बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र ने एक प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है. इस प्लेटफॉर्म को CDP-SURAKSHA के नाम से जाना जाता है.
PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana and Sbi loan scheme: अब लोगों के लिए मुफ्त बिजली योजना का लाभ उठाना और भी आसान हो गया है। एसबीआई अब लोगों को सरकार के PM Surya Ghar Muft Bijli Yojana का फायदा उठाने और घर में सोलर रूफटॉप इंस्टॉल करने के लिए लाखों का लोन दे रही है। जानिए आप कैसे उठा सकते हैं इसका फायदा।
देश के किसानों की तरक्की और उनकी आमदनी को बढ़ाने के लिए मोदी सरकार द्वारा कई प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही है और अब केंद्र सरकार द्वारा अन्नदाताओं को बिना किसी गारंटी के लोन देने के लिए एक नई योजना को भी शुरू किया गया है। जिसका नाम ई- किसान उपज निधि योजना है। इसे 4 मार्च को खाद्य उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने लांच किया है। e-Kisan Upaj Nidhi के तहत किसानों को गोदाम में रखे अनाज पर भी लोन मिलेगा।
भारत में खरीफ की मुख्य फसलों में धान का प्रमुख स्थान है. धान की खेती देश के उत्तरी और दक्षिणी प्रदेशों में मानसून के मौसम में की जाती है. वहीं कुछ राज्य ऐसे भी है जहां धान का सीजन साल में दो बार आता है. धान की खेती सिंचित और असिंचित दोनों प्रकार के क्षेत्रों में की जाती है. बता दें, धान की खेती छिड़काव और रोपाई विधि के साथ की जाती है. इसकी रोपाई विधि से धान का उत्पादन भी काफी अच्छा होता है.
आम को ऐसे ही फलों का राजा नहीं कहा जाता है , अगर बात करें इसके किस्मों की तो सिर्फ हमारे भारत में ही करीब 15 से ज्यादा किस्म के आम पाए जाते हैं. महाराष्ट्रा से लेकर उत्तर भारत में चौसा, लंगड़ा जैसे मशहूर आम मिलते हैं. तो चलिए जानते हैं भारत में आम की कितनी सारी किस्में होती हैं और क्या है इनको खाने के फायदे.
PM Kisan: पीएम किसान योजना की 17वीं किस्स से जुड़ा एक बड़ा अपडेट सामने आया है. यह अपडेट योजना की अगली किस्त के पैसों को लेकर है. आइए जानते हैं पीएम किसान योजना की 17वीं किस्त कब जारी होगी.
AVPL कंपनी किसानों के लिए एक ऐसा ऐप लेकर आई है, जिसके माध्यम से किसान न केवल अपनी फसलों को खरीद और बेच सकते हैं बल्कि पशुओं को भी इस ऐप के माध्यम से खरीद और बेच सकते हैं. इसके अलावा वह एग्री इनपुट्स की सुविधा का लाभ ले सकते हैं, साथ ही साथ अपनी फसलों का बीमा करवा सकते हैं.