योगी सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है। पहली बार रबी सीजन में सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर मक्का की सीधी खरीद कर रही है। यह खरीदी 15 जून से शुरू हो चुकी है और 31 जुलाई 2025 तक जारी रहेगी।
जब पहली बारिश की बूंदें गर्मी से झुलसती धरती पर गिरती हैं, तो सारा माहौल सुकून की ठंडक में भीग जाता है। लेकिन इस बार मानसून सिर्फ ठंडक नहीं, चेतावनी भी लेकर आया है। देशभर में मौसम का मिज़ाज अचानक बदल गया है। आने वाले कुछ दिनों में कई राज्यों में तेज़ बारिश, आंधी और तूफानी हवाओं का असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है....
इस वीडियो में हम बात कर रहे हैं एक ऐसे क्रांतिकारी मिशन की, जो भारत की खेती को रसायन मुक्त, प्राकृतिक और मुनाफेदार बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है — MIONP (Make India Organic, Natural and Profitable). इस मिशन के तहत एक Grand Challenge शुरू हुआ है जिसमें किसान 50%, 75% और 100% तक रासायनिक इनपुट घटाने के लक्ष्य पर काम कर सकते हैं।
मूंग और मूंगफली उगाने वाले किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार मूल्य समर्थन योजना यानी PSS के तहत करीब 54 हजार टन मूंग और 50 हजार टन मूंगफली खरीदने जा रही है। मूंगफली की खरीद उत्तर प्रदेश से की जाएगी, जबकि मूंग हरियाणा, उत्तर प्रदेश और गुजरात के किसानों से खरीदी जाएगी।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि आने वाले कुछ दिनों में देश के कई हिस्सों में तेज़ बारिश, आंधी-तूफान और तेज़ हवाएं चल सकती हैं। खास तौर पर दक्षिण भारत, पश्चिमी तटीय इलाके, पूर्वी और मध्य भारत, और उत्तर-पश्चिमी राज्यों में मौसम बिगड़ने की संभावना है।
देश में मौसम का मिज़ाज एक बार फिर बदल रहा है, कहीं तेज़ लू की तपिश, तो कहीं मूसलधार बारिश का कहर। उत्तर भारत झुलसती गर्मी से बेहाल है, तो दक्षिण और पूर्वी इलाकों में बादल गरजने को तैयार हैं। आइए विस्तार से जानते हैं देशभर के मौसम के हाल...
भारत में खेती को नई तकनीक से जोड़ने की कोशिशें तेज़ हो गई हैं। अब ड्रोन से कीटनाशक और खाद छिड़कने के साथ-साथ फसलों की निगरानी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई का इस्तेमाल बढ़ाया जा रहा है। इसी दिशा में महाराष्ट्र, जो कि देश के सबसे बड़े गन्ना उत्पादक राज्यों में से एक है, अब इस तकनीक को अपनाने में आगे बढ़ रहा है.........
उत्तर भारत इस वक्त भीषण गर्मी की चपेट में है। सूरज जैसे आसमान से आग बरसा रहा है। सुबह होते ही तेज धूप और लू के थपेड़ों ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। दिल्ली से लेकर राजस्थान तक, पारा 40 डिग्री से ऊपर पहुंच चुका है और अभी ये कहर थमने वाला नहीं है। मौसम विभाग ने साफ कर दिया है की अगले 5 दिन तक गर्मी अपने चरम पर रहेगी। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान जैसे राज्यों में हालात और बिगड़ सकते हैं।
दिल्ली और राजस्थान समेत पूरे उत्तर भारत में मानसून का इंतजार अब खत्म होने वाला है। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, इस बार मानसून अपनी सामान्य गति से तेज चल रहा है और अनुमान है कि यह 20 जून तक राजस्थान की धरती पर दस्तक दे देगा। मानसून का यह आगमन सिर्फ मौसम में बदलाव नहीं लाएगा, बल्कि राज्य के लाखों किसानों के चेहरे पर मुस्कान भी बिखेरेगा।
बिहार सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने और राज्य में फलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक शानदार योजना शुरू की है। अब जो किसान आम, लीची और केला की खेती करेंगे, उन्हें सरकार की तरफ से प्रति हेक्टेयर 70,000 से 80,000 रुपये तक की सब्सिडी दी जाएगी। यह योजना खासतौर पर बागवानी क्षेत्र को मजबूत करने के लिए बनाई गई है, जिससे किसान फल उत्पादन की ओर आकर्षित हों और उन्हें अच्छी कमाई का जरिया मिल सके....
जून के पहले सप्ताह की शुरूआत से ही मौसम में काफी उतार चड़ाव देखने को मिल रहे हैं। कहीं धूलभरी आंधी चल रही है, तो कहीं तेज बारिश लोगों को गर्मी से राहत दे रही है। लेकिन कुछ राज्यों में अभी भी लू और उमस से लोग परेशान हैं। ऐसे में भारतीय मौसम विभाग यानी IMD ने चेतावनी दी है कि 4 जून से अगले कुछ दिनों तक कई राज्यों में मौसम और बिगड़ सकता है। तेज हवाएं, गरज-चमक के साथ बारिश और गर्म हवाओं का असर लोगों की दिनचर्या को प्रभावित कर सकता है....
कई किसान अपनी अनुपयोगी या पड़ी हुई जमीन को यूं ही छोड़ देते हैं, लेकिन अब वही जमीन उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बना सकती है। दरअसल बिहार सरकार ने 'सात निश्चय-2' कार्यक्रम के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 'मुख्यमंत्री चौर विकास योजना' की शुरुआत की है।
इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून ने तय समय से लगभग आठ दिन पहले ही दस्तक दे दी थी। केरल में इसकी शुरुआत 24 मई को हो गई थी, जबकि सामान्यत: मानसून की शुरुआत 1 जून के आसपास होती है। बता दे कि शुरुआत में मानसून ने तेज़ी से दक्षिण भारत, पूर्वोत्तर और पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों को कवर किया, लेकिन अब पिछले कुछ दिनों से इसकी गति रुक गई है
In this exclusive and enlightening interview, world-renowned spiritual leader Sri Sri Ravi Shankar Ji shares his profound insights on natural farming, the sacred connection between humanity and Mother Earth, and the crucial role water plays in sustainable agriculture.
खेती-किसानी के तरीके अब तेजी से बदल रहे हैं। जहां पहले डीजल वाले ट्रैक्टरों का इस्तेमाल होता था, अब वहां ऐसे ट्रैक्टर आ रहे हैं जो सस्ते ईंधन से चलते हैं और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचाते। इसी दिशा में आयशर कंपनी ने एक नया और स्मार्ट ट्रैक्टर बाजार में उतारा है — Eicher 485 D CNG, यह ट्रैक्टर आधुनिक तकनीक से बना है और किसानों के लिए किफायती भी है।
दिल्ली-एनसीआर के अधिकांश हिस्सों में बुधवार देर शाम मौसम ने अचानक करवट ली। तेज़ आंधी, ओलावृष्टि और झमाझम बारिश ने पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। इस अचानक आए मौसम परिवर्तन से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
देशभर के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के तहत एक विशेष सैचुरेशन ड्राइव की शुरुआत की है। यह अभियान 1 मई 2025 से शुरू हो चुका हैं और 31 मई 2025 तक चलेगा। बता दे कि इस ड्राइव का मुख्य उद्देश्य है, हर योग्य और पात्र किसान तक योजना का लाभ पहुंचाना और किसी भी पात्र किसान को योजना से वंचित न रहने देना।
India – The Land of Rishi Krishi! In this profound and inspiring interview, Gurudev Sri Sri Ravi Shankar talks about India’s ancient connection to nature through farming. He explains how Rishi Krishi — farming inspired by the wisdom of sages — is the foundation of a sustainable, healthy, and spiritual lifestyle.
देशभर में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। मौसम विभाग ने मंगलवार को मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत 11 राज्यों में आंधी और बारिश के साथ तूफान का अलर्ट जारी किया है। जबकि झारखंड, बिहार समेत 13 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं हरियाणा और राजस्थान के कुछ जिलों में हीट वेव यानी लू चलने की संभावना है।
क्या आप जानते हैं कि एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है जो टूटी हड्डियों को जल्दी जोड़ने में मदद करती है, गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं में राहत देती है, और साथ ही पाचन शक्ति को भी बढ़ाती है? इसका नाम है हड़जोड़। आयुर्वेद में इसे "अस्थिसंहार" कहा जाता है, जिसका अर्थ है "हड्डियों को जोड़ने वाला"। यह पौधा मुख्य रूप से भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है और इसके तने, पत्ते और जड़ में औषधीय गुण होते हैं। आईये इस विडियो के जरिए विस्तार से जानते है हड़जोड़ के बारे में .....
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को दी जाने वाली 20वीं किस्त 15 मई के बाद जारी होने की संभावना है। लेकिन इस बार सरकार ने फार्मर रजिस्ट्री को अनिवार्य कर दिया है। यदि किसान समय पर अपनी रजिस्ट्री नहीं कराते हैं, तो उन्हें इस बार योजना के लाभ से वंचित होना पड़ सकता है।
लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे किसानों ने आज देशहित में एक महत्वपूर्ण और जिम्मेदार फैसला लेते हुए 'रेल रोको आंदोलन' को रद्द कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनैतिक) के नेता सरवन सिंह पंढेर ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि "हम राष्ट्र के हित को सर्वोपरि मानते हैं। आम जनता की असुविधा और राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान न पहुंचे, इसलिए हमने यह निर्णय लिया है।
भारत में इस बार मानसून समय से पहले आ सकता है। मौसम विभाग और दुनिया के बड़े मौसम पूर्वानुमान मॉडल्स से मिले संकेतों के अनुसार, दक्षिण एशिया खासकर भारत में इस साल मानसून जल्दी शुरू हो सकता है। आमतौर पर भारत में मानसून जून के पहले हफ्ते में केरल के तट से प्रवेश करता है, लेकिन इस बार इसके पहले ही अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में पहुंचने की संभावना है। आमतौर पर मानसून 20 मई के आसपास अंडमान में आता है, लेकिन इस बार इसके 13 मई तक पहुंचने की उम्मीद है। इसका मतलब है कि इस बार मानसून तेजी से आगे बढ़ सकता है और देश के कई हिस्सों में बारिश जल्दी शुरू हो सकती है।
किसानों की आय बढ़ाने के साथ ही उनके हित के लिए केंद्र और राज्य सरकारें लगातार कदम उठा रही हैं. वह कोशिश रहती है कि किसानों को उनका हक मिले. बीज पर सब्सिडी, मशीनों की कीमत पर छूट मिले, जो कि किसान की बड़ी मदद करती हैं. ऐसे में खेती करने के लिए जरूरी होता है कि बीज अच्छी क्वालिटी का हो लेकिन अभी तक किसान के पास ऐसा कोई पैमाना नहीं है, जिससे तत्काल पता चल सके कि, बीज असली है या फिर नकली.
Rajasthan सरकार द्वारा किसानों की सिंचाई समस्याओं के समाधान हेतु एक महत्वपूर्ण पहल की गई है. “खेत तलाई योजना” राज्य सरकार की इस बेहतरीन स्कीम के अंतर्गत किसानों को उनके खेतों में तलाई (फार्म पोंड/Farm Pond) निर्माण हेतु अधिकतम 90% या अधिकतम 1,35,000 रुपए तक अनुदान दिया जाएगा, जिससे वर्षा जल को संग्रहित कर सिंचाई कार्यों में उपयोग किया जा सके. यह योजना जल संरक्षण के साथ-साथ किसानों की आय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी.
विश्व स्तर पर कृषि निरंतर विकसित हो रही है, जहां एक ओर ट्रैक्टर निर्माता अत्याधुनिक मशीनों से बदलाव ला रहे हैं, वहीं किसान भी "छोटे बदलाव, बड़ा असर" सिद्धांत पर चलते हुए जुगाड़ तकनीकों के माध्यम से पारंपरिक खेती में नवाचार कर रहे हैं।
मई की शुरुआत के साथ ही देश के कई हिस्सों में मौसम ने करवट ले ली है। विभिन्न राज्यों को तपती गर्मी से राहत मिली है, तो कहीं तेज आंधी-तूफान और भारी बारिश लोगों के लिए परेशानियां बन रही है। साथ ही भारत मौसम विभाग ने 7 से 12 मई तक के लिए मौसम से जुड़ी चेतावनियां जारी की हैं। इस दौरान कई राज्यों में तेज हवाएं, बारिश, ओलावृष्टि और गरज-चमक के साथ आंधी की संभावना जताई गई है।
हरियाणा सरकार ने हाल ही में किसानों के हित में एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लेते हुए आगजनी से बर्बाद हुई फसलों को लेकर मुआवजे की राशि जारी की है। इस निर्णय से राज्य के सैकड़ों किसानों को राहत मिली है, जो हाल ही में खेतों में आग लगने की घटनाओं से परेशान थे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खुद इस योजना की घोषणा करते हुए किसानों को आर्थिक सहायता देने की प्रक्रिया की शुरुआत की।
देश के करोड़ों किसानों के लिए खुशखबरी! पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार अब जल्द खत्म होने वाला है। यह योजना सिर्फ आर्थिक मदद नहीं, बल्कि देश के अन्नदाताओं के सम्मान का प्रतीक बन चुकी है। हर साल 6000 रुपये की सहायता, 2000-2000 रुपये की तीन किस्तों में सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाती है। अब किसानों की सहायता के लिए सरकार ने इस योजना में बड़ा बदलाव किया है। आईए विस्तार से जानते हैं कि क्या अपडेट आया है और उसका किसानों पर क्या प्रभाव होगा।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद यानी ICAR के नई दिल्ली स्थित,NASC कॉम्प्लेक्स में, देश में विकसित विश्व की पहली दो जीनोम संपादित चावल की किस्मों की घोषणा की और वैज्ञानिक शोध की दिशा में नवाचार की शुरुआत की गई । वही बड़ी संख्या में वैज्ञानिकों और किसानों ने कार्यक्रम में शिरकत की।
उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के किसान आजकल अन्ना मवेशियों से परेशान हैं। ये मवेशी खेतों में घुसकर किसानों की मेहनत से उगाई गई फसलें बर्बाद कर देते हैं। ऐसे में किसान तरह-तरह के जुगाड़ अपनाते हैं, लेकिन इनसे भी पूरी सुरक्षा नहीं मिल पाती। किसानों की इसी बड़ी चिंता को देखते हुए सरकार ने "तारबंदी योजना" की शुरुआत की है।
बिहार सरकार किसानों के हित में एक शानदार योजना लेकर आई है। अब राज्य के किसान फसल कटाई के बाद बचे अवशेषों के प्रबंधन के लिए स्ट्रॉ रीपर और स्ट्रॉ बेलर जैसे आधुनिक कृषि यंत्र भारी अनुदान पर खरीद सकते हैं। इसका मुख्य मकसद खेतों में पुआल जलाने की परंपरा को खत्म करना और मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखना है। इस योजना का फायदा उठाकर किसान पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने चीनी सत्र 2025-26 यानी अक्टूबर 2025 से सितंबर 2026 के लिए गन्ने का उचित एवं लाभकारी मूल्य FRP 355 रुपये प्रति क्विंटल तय करने का फैसला लिया है। यह निर्णय 30 अप्रैल, 2025 को लिया गया और यह 1 अक्टूबर, 2025 से लागू होगा।
देश की एक प्रमुख डेयरी कंपनी मदर डेयरी ने एक बार फिर दूध की कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। यह बढ़ी हुई दरें 30 अप्रैल 2025 से, यानी अक्षय तृतीया के दिन से लागू हो गई हैं। इससे आम जनता की जेब पर सीधा असर पड़ेगा, खासकर उन परिवारों पर जो रोजाना बड़ी मात्रा में दूध और उससे बने उत्पादों का उपयोग करते हैं।
भारत सरकार ने किसानों की मदद और खेती को बेहतर बनाने के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना की शुरुआत की है। यह योजना 19 फरवरी 2015 को शुरू की गई थी और इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को उनकी मिट्टी की गुणवत्ता और पोषक तत्वों की जानकारी देना है।
पीएम किसान योजना में अब सेल्फ रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को और बेहतर बना दिया गया है। अब किसानों के लिए आवेदन करते समय फार्मर आईडी देना जरूरी कर दिया गया है। इसके अलावा, रजिस्ट्रेशन फॉर्म में वैवाहिक स्थिति का विकल्प भी जोड़ा गया है। किसान को अपनी स्थिति के अनुसार पति/पत्नी या माता-पिता का विवरण भी भरना होगा। साथ ही, किसान को अपनी जमीन की जानकारी और जमाबंदी जैसे जरूरी दस्तावेज अपलोड करने के बाद ही उसका आवेदन तहसील या जिला स्तर पर मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
आजकल देश के कई हिस्सों में मौसम के मिजाज में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले कुछ दिनों में उत्तर-पूर्व से लेकर उत्तर-पश्चिमी राज्यों में बारिश, आंधी और ओलावृष्टि देखने को मिल सकती है। इसके अलावा, पूर्वोत्तर बांग्लादेश और आसपास के इलाकों में एक ऊपरी हवा का चक्रवात सक्रिय है। जबकि एक अन्य चक्रवात असम के ऊपर बना हुआ है। वहीं, पश्चिम विदर्भ से मन्नार की खाड़ी तक एक द्रोणिका (यानी कम दबाव की रेखा) बनी है, जिससे कई राज्यों में मौसम बिगड़ सकता है।
आज से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वय वंदना योजना को औपचारिक रूप से लागू कर दिया गया है। इस योजना के तहत 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को विशेष लाभ प्रदान किया जाएगा। योजना के अंतर्गत पात्र बुजुर्गों को सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में ₹10 लाख तक का निःशुल्क स्वास्थ्य उपचार उपलब्ध कराया जाएगा।
सोचिए ज़रा... अगर आपकी मेहनत की फसल खराब होने के बजाय सही समय पर सही कीमत में बिके तो? अगर आपकी फसल को रखने के लिए खुद का गोदाम हो और उसे ताज़ा रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज हो – तो ज़िंदगी कितनी आसान और फायदे वाली बन जाए!" किसान भाईयों, अब ये सब मुमकिन है – वो भी सरकार की मदद से आईये जानते हैं।
Uttar Pradesh में गन्ना किसानों के हित में एक नई पहल की गई है, जो आधुनिक तकनीक के जरिए उनकी समस्याओं के समाधान की दिशा में एक अहम कदम साबित हो सकती है। इसी क्रम में गन्ना एवं चीनी विभाग के आयुक्त प्रमोद कुमार उपाध्याय ने जानकारी दी कि विभागीय कार्यों में पारदर्शिता और गति लाने के उद्देश्य से एक नया पोर्टल लॉन्च किया गया है।
Parvesh Verma ने कहा कि यह आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा किए गए भ्रष्टाचार का एक उदाहरण है। केवल घास और भूनिर्माण पर लगभग 35 से 40 करोड़ रुपये खर्च किए गए। तालाबों के निर्माण पर 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए, इस तरह कुल मिलाकर लगभग 85 करोड़ रुपये का झोल हुआ है। इस पर आप ने पलटवार करते हुए कहा कि वर्मा 'राजनीतिक नाटक' कर रहे हैं।
सरकार किसानों की आर्थिक मदद के लिए कई तरह के स्कीम चलाती है. इनमें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि ऐसी ही एक योजना है. ये स्कीम 24 फरवरी 2019 को लॉन्च की गई थी. PM-KISAN योजना के तहत पात्र किसानों को हर 4 महीने में 2000 की आर्थिक सहायता दी जाती है. इस तरह साल भर में किसानों को तीन किस्तों में कुल 6,000 की मदद मिलती है.
पंजाब सरकार ने किसानों के हित में एक अहम फैसला लिया है। अब राज्य में खेती को ज्यादा फायदेमंद और टिकाऊ बनाने के लिए बीटी कपास के हाइब्रिड बीजों पर 33 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। इस योजना का मकसद फसल विविधीकरण को बढ़ावा देना और किसानों को धान जैसे पारंपरिक और पानी खपत करने वाली खेती से हटाकर ऐसी फसलों की ओर ले जाना है, जो पर्यावरण के अनुकूल और आर्थिक रूप से लाभकारी हों।
Dellhi की सड़कों पर अब दौड़ेंगे हाई-टेक जल टैंकर! मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 1,111 जीपीएस और सेंसर से लैस पानी के टैंकरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड से शुरू हुई इस पहल का उद्देश्य है—पानी की आपूर्ति में पारदर्शिता लाना और जल माफिया पर लगाम कसना।
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ स्पाइसेस रिसर्च – ICAR-IISR ने हाल ही में एक नई हल्दी की किस्म विकसित की है, जिसका नाम है IISR सूर्या। इस खास किस्म को खासतौर पर पाउडरिंग इंडस्ट्री यानी मसाला उद्योग की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
हरियाणा सरकार किसानों को कम खर्च में सिंचाई की सुविधा देने के लिए लगातार काम कर रही है। इसी प्रयास में एक बेहतरीन मौका सामने आया है। अब किसानों को सोलर पंप लगाने पर 75% तक की सब्सिडी दी जा रही है। यह लाभ प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM Kusum Yojana) के तहत दिया जा रहा है। इस योजना का मकसद किसानों को सिंचाई के लिए आत्मनिर्भर बनाना है, ताकि बिजली की चिंता किए बिना वे समय पर अपनी फसलों को पानी दे सकें। सोलर पंप लगाने से सिंचाई आसान हो जाएगी और बिजली बिल में भी काफी बचत होगी।