Cash crop: मध्य प्रदेश के इस किसान ने पारंपरिक धान, गेहूं और मक्का की खेती को छोड़कर इसकी जगह पर अब नगदी फसलों की खेती कर रहा हैं. इस लगातार बदलते मौसम की बेरूखी के चलते किसान अब नगदी फसल की ओर रूख कर रहे हैं. किसान बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती कर काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. खेती में अब युवा वर्ग की भी हिस्सेदारी लगातार बढ़ती जा रही है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के युवा किसान रमेश ने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ सब्जी की खेती करने का काम शुरु किया और आज वह हर साल लाखों की कमाई कर रहा हैं.
खेती की शुरुआत
वर्तमान में रमेश अभी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं. वह अपने परिवार के साथ अपनी एक बीघा की जमीन पर विभिन्न प्रकार की सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं. इन सब्जियों की खेती से वह प्रत्येक सप्ताह 15 से 20 हजार तक की कमाई कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि साल 2019 से वह खेती कर रहे है. इसके पहले उनका परिवार गेंहू और चावल की खेती करता था. नगदी फसल के बारे में पता लगने के बाद उन्होंने सब्जी की खेती करने का फैसला लिया.
कमाई
युवा रमेश कुमार ने बताया कि वह अपने खेत में मौसम के अनुसार खेती किया करते हैं. वह परवल, गाजर, लौकी, टमाटर की खेती बड़े स्तर पर करते हैं. इसके अलावा वह शादियों के समय सब्जियों की सप्लाई बड़े स्तर पर करते हैं, जिससे उनकी कमाई काफी बेहतर हो जाती है. फसल की सुरक्षित खेती के लिए वह हमेशा जैविक तरीके को अपनाते हैं. जिस कारण वह अपने आस-पास के शादियों के मुहूर्त पर अच्छा आर्डर पाते हैं.
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रमेश बताते है कि जैविक दवा का छिड़काव से उपज अच्छी तो होती ही है इसके साथ ही रसायनिक खाद की तुलना में उनके 60 से 70 हजार रूपए बच जाते हैं. उनकी इस सफलता को देखते हुए गांव के अन्य किसान भी नगदी फसलों के उत्पादन के लिए अग्रसित हो रहे हैं.
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