बिहार के बक्सर जिले के चौसा बनारपुर गांव में किसानों से समझाइश कर लौट रहे स्थानीय सांसद केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के वाहन पर एक युवक ने पत्थर चला दिया. दरअसल मुआवजे की मांग को लेकर पुलिस ने ग्रामीणों पर कार्रवाई की थी,जिसके बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे पीड़ित किसानों की वस्तुस्थिति जानने के लिए उनके गांव पहुंच और ग्रामीणों को संबोधित किया.
ग्रामीणों को संबोधित करन के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे देर रात अपना कार से बक्सर क लिए रवाना हो गए. पुलिस ने बताया कि इस बीच एक सिरफिरे युवक ने उनकी गाड़ी पर पत्थर चला दिया, जो उनकी गाड़ी के पीछे जाकर गिरा, इस दौरान असामजिक तत्वों ने शोर शराबा भी किया, लेकिन इसके बाद गांव के लोगों ने पत्थर चलाने वाले पकड़कर फटकार लगाई और उसके घर वालों को सुपुर्द कर दिया.
कई लोगों पर मामला दर्ज
बता दें कि चौसा पावर प्लांट में बुधवार को हुए उपद्रव मामले में तीन लोगों पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है, जानकारी के मुताबिक दो अज्ञात लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है. वहीं 24 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. एसजेवीएन प्रबंधक के मुताबिक आगजनी और हिंसा की घटनाओं से कंपनी का काम बंद हो गया और पावर प्लांट को 50-60 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है.
हिंसा के बाद पावर प्लांट में पसरा सन्नाटा
बता दें कि बुधवार को हिंसा की घटना के बाद गुरुवार को पावर प्लांट में सुबह से शाम तक सन्नाटा रहा. प्लांट में बक्सर जिले से बाहर और दूसरे राज्यों से आकर काम करने वाले मजदूरों हिंसा के बाद कंपनी छोड़कर चले गए,जिसके बाद प्लांट में कई कार्य नहीं हो सका. जानकारी के मुताबिक मजदूरों के नहीं रहने से करीब दो सौ ट्रक लोडेड खड़े हैं. हालात ऐसे ही है कि पावर प्लांट के अंदर और बाहर एक दो लोग कर्मियों के सिवाय कोई अधिकारी और मजदूर नहीं बचे हैं, साथ ही नजदीक दुकानदार भी हिंसा के बाद अपनी दुकानें बंद किए हुए हैं. वहीं पावर प्लांट की सुरक्षा में लगातार पुलिस टीम गस्त कर रही है. पावर प्लांट में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है.
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किसान कर रहे प्रदर्शन
दरअसल बिहार के बक्सर जिले में किसान बीते दो महीनों से जमीन अधिग्रहण के मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को इस प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया था और पुलिस को किसानों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा था. किसानों ने इस दौरान पुलिस की जीप और बसों को आग के हवाले कर दिया था.
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