रविवार को आये तूफ़ान ने देश में 67 लोगो की मौत हो गई. ज्ञात रहे इस तूफ़ान के आने से दिन में ही अँधेरा हो गया था.ह के कई राज्यों में इस तूफ़ान तबाही मचा दी थी. तूफ़ान आने से से पहले ही मौसम विभाग ने चेतावनी जारी कर दी थी. इस बार मौसम विभाग ने ऑरेंज कलर कोड चेतावनी जारी की है. इसका मतलब है, लोगो की जान-माल का खतरा है. मौसम विभाग कलर कोडिंग के जरिए ये सूचनाएं देता है. सबसे पहले ग्रीन कलर कोड के जरिए सूचना दी जाती है. उसके बाद येलो कलर फिर ऑरेंज कोड और सबसे लास्ट में रेड कलर कोड के जरिए सूचना दी जाती है.मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इसकी रफ्तार सिर्फ 70 किलोमीटर प्रतिघंटा आंकी गई थी. वहीं विभाग की ओर से दी गई नई सूचना के मुताबिक अभी तक इसका खतरा टला नहीं है. मौसम विभाग की ओर से इस बार ऑरेंज कैटेगरी की चेतावनी जारी की है. जिसका मतलब है कि इस तूफान में जानमाल का खतरा है.सबसे पहले ग्रीन कलर कोड के जरिए सूचना दी जाती है. उसके बाद येलो कलर फिर ऑरेंज कोड और सबसे लास्ट में रेड कलर कोड के जरिए सूचना दी जाती है. ऑरेंज कलर कोडिंग के जरिए लोगों को आगाह किया जाता है कि हालात किसी भी वक्त बिगड़ सकते हैं और सबसे खतरनाक रेड कोड नोटिस का मतलब है कि जान-माल का बड़ा नुकसान होगा और लोग उस जगह को तुरंत खाली कर दें. विभाग की ओर से इस बार 14 मई से लेकर 18 मई तक चेतावनी जारी की गई है.
14 मई को लेकर आशंका
गरज के साथ तूफान-आंधी : जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और ओडिशा
तूफान-आंधी : उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के मैदानी इलाके, झारखंड, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, तेलंगाना, रायलसीमा, दक्षिण कर्नाटक, तमिलनाडु और पुदुचेरी.
तेज बारिश : पश्चिम बंगाल, सिक्किम और उत्तरी ओडिशा
लू- दक्षिण : पश्चिम यूपी, राजस्थान, मध्यप्रदेश, विदर्भ और मराठवाड़ा
धूल भरी आंधी : राजस्थान के कुछ इलाके
15 मई को लेकर आशंका
तूफान (50 से 70 किलोमीटर की रफ्तार से हवा) : जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा मैदानी इलाके.
तूफान या तेज आंधी : ओडिशा, दक्षिण कर्नाटक
लू- राजस्थान और विदर्भ
16 मई को लेकर आशंका
तूफान और तेज आंधी : ओडिशा
लू- राजस्थान और विदर्भ
17 मई को लेकर अनुमान
राजस्थान और विदर्भ में लू चलेगी
18 मई को लेकर अनुमान
राजस्थान और विदर्भ में लू चलेगी
आंधी तूफ़ान में कैसे कैरे बचाव :
घबराये नहीं शांति धैर्य के साथ किसी सुरक्षित जगह पर पहुँच जाए.
यदि आप रास्ते में है तो किसी खुले मैदान में पहुँच जाए किसी पेड़ के सहारे न खड़े हों.
यदि आप रास्ते में गाड़ी चला रहे हैं तो गाड़ी को छोड़कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचे.
तूफ़ान की आशंका को देखते हुए छत से हल्के वजन वाली वस्तुए जैसे, बाल्टी, गमले, लोहे की चादर, रोड आदि को हटा दे.
यदि मकान की हालत जर्रर है तो उसको खाली करके किसी मजबूत मकान में पहुँच जाए.
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