जहां इस साल बारिश के कारण सभी फसलों की बर्बादी हो गई है, तो वहीं महाराष्ट्र के नंदुरबार (Nandurbar) और इसके आसपास के जिलों में मिर्ची (Chili) ने धूम मचा रखी है. यहां का मिर्ची की उपज से कृषि बाजार फलफूल रहा है. बता दें कि इस साल मिर्च की आवक रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में है, इस साल भले ही अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा हो, लेकिन अब स्थिति ऐसी है कि मिर्च की खेती करने वाले किसानों (Chili Farmers) की आंखों में खुशी के आंसू आ जायेंगे. यह जिलों के साथ-साथ बाकी अन्य राज्यों के मिर्च की खेती (Chili Farming) के व्यापारियों के लिए अच्छी खबर है.
इस वर्ष पौष्टिक वातावरण के कारण रिकॉर्ड उत्पादन की उम्मीद है. तस्वीर यह है कि नंदुरबार जिले में इस साल अनुकूल मौसम के चलते मिर्च की आवक बढ़ी है. जिले में पानी की उपलब्धता के आधार पर किसानों द्वारा मई माह से मिर्च की खेती की जाती थी.
इस वर्ष औसत वर्षा के बावजूद, पेड़ों की स्थिति अच्छी रही और उनमें फूल लगे. मिर्च की कटाई पिछले महीने से शुरू हो गई है और बाजार समिति में लाल मिर्च की आवक पिछले एक महीने से दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है.
किसानों की बढ़ेगी आमदनी (Farmers' income will increase)
किसान खेती को लेकर उचित योजना बनाते हैं. इसके साथ ही मिर्च लगाकर किसानों को खाद और पानी की योजना बनाने का आइडिया आया है. हालांकि, इस साल बारिश के कारण उत्पादन में गिरावट की आशंका थी, लेकिन फिर भी इस साल उत्पादन बढ़ा है. माना रहा था कि अगर आमद बढ़ती है, तो दर नीचे जाएगी, लेकिन मिर्च के मामले में ऐसा नहीं लगता है.
नंदुरबार बाजार में मांग आय की मात्रा से अधिक है. नंदुरबार का बाजार न केवल आसपास के जिलों में बल्कि अन्य राज्यों में भी प्रसिद्ध है, इसलिए गुजरात और मध्य प्रदेश के व्यापारी मिर्च खरीदने के लिए उमड़ रहे हैं. इसके अलावा, यह अभी सीजन की शुरुआत है और कहा जा रहा है कि निकट भविष्य में और अधिक आवक होगी.
दर बढ़ने की है संभावना (Rate is likely to increase)
यह हिस्सा मिर्च के लिए काफी उपजाऊ माना जाता है और पिछले साल यह दर 2,000 रुपये से 3,500 रुपये प्रति क्विंटल थी. अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल भी यह दर और अधिक होगी. फिलहाल अभी किसानों को 1 हजार 500 से 3 हजार मिल रहे हैं.
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रोपण क्षेत्र भी बढ़ा (Cultivation area also increased)
मिर्च से किसानों को हर साल अच्छी आमदनी होती है. इस वर्ष अनुकूल जलवायु के कारण मिर्च के रकबे में भी वृद्धि हुई है. पिछले साल जिले में 6,000 हेक्टेयर में रोपा गया था, लेकिन इस साल 9,000 हेक्टेयर में लगाया गया है. जिससे नंदुरबार मार्केट कमेटी में मिर्च की रिकॉर्ड आवक के चलते किसानों को बेहतर दाम मिल रहे हैं.
वाणिज्य मिर्च की खेती (Commercial chilli cultivation)
वर्तमान में वाणिज्यिक मिर्च की खेती काफी सफल है और कोई भी तत्काल आय के साथ उत्कृष्ट लाभ कमा सकता है क्योंकि स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में हमेशा एक बड़ी मांग होती है. वाणिज्यिक खुले मैदान में उगाने के अलावा, उन्हें पॉली हाउस, ग्रीनहाउस, गमले, कंटेनर, शेड नेट आदि में भी उगाया जा सकता है. हालांकि, उपज की गुणवत्ता और मात्रा अधिक होती है.
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