नई दिल्ली: कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, चालू रबी सीजन में गेहूं की बुवाई का रकबा पांच गुना बढ़कर 7.56 लाख हेक्टेयर हो गया है. एक साल पहले की समान अवधि तक गेहूं की बुवाई का कुल रकबा 1.47 लाख हेक्टेयर था.
सरसों का रकबा भी बढ़ा
तिलहनी फसलों के मामले में, इस रबी सीजन के 4 नवंबर तक लगभग 47.10 लाख हेक्टेयर की बुवाई दर्ज की जा चुकी है. पिछले वर्ष की अवधि तक यह 40.72 लाख हेक्टेयर थी. कुल तिलहनी फसलों में सरसों का रकबा 38.14 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस 45.71 लाख हेक्टेयर हो गया है. दलहन का रकबा 27.13 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 29.06 लाख हेक्टेयर हो गया है. हालांकि मोटे अनाज का रकबा 8.67 लाख हेक्टेयर से घटकर 7.63 लाख हेक्टेयर रह गया है.
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, रबी सीजन में की जाने वाली दलहन मूंग की बुवाई में इस वर्ष 25 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है. इस वर्ष देश के किसान 69 हजार हेक्टेयर में मूंग की बुवाई कर चुके हैं.
पिछले साल की समान अवधि तक मूंग बुवाई 90 हजार हेक्टेयर थी. आंकड़ों में मूंगफली के रकबे में भी इस वर्ष 36.50 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है. इस वर्ष मूंगफली बुवाई का कुल रकबा 0.87 लाख हेक्टेयर रहा, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि तक यह 1.37 लाख हेक्टेयर था. इसी प्रकार सूरजमुखी के रकबे में 82.14 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है. इस वर्ष सूरजमुखी का कुल रकबा 0.1 लाख हेक्टेयर है. पिछले साल की समान अवधि तक कुल 0.56 लाख हेक्टेयर में सूरजमुखी की बुवाई की जा चुकी थी.
97.40 लाख हेक्टेयर में हुई रबी फसलों की बुवाई
रबी की बुवाई का मौसम अक्टूबर से शुरू होता है. गेहूं और सरसों रबी सीजन की प्रमुख छः फसलों में से हैं. सूत्रों के अनुसार, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के किसान रकबा बढ़ने पर चना और लहसुन जैसी फसलें इस सीजन में कर सकते हैं. 97.40 लाख हेक्टेयर में अब तक रबी सीजन की प्रमुख छः फसलों की बुवाई हो चुकी है.
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