MP Pratap Chandra Sarangi: अक्सर आपने यह पढ़ा और सुना होगा कि जो लोग समय के साथ नहीं चलते वे पीछे छूट जाते हैं, लेकिन हमारे बीच एक शख्स ऐसा भी है जो दुनिया की चकाचौंध से दूर रहते है और वह अपनी धरती मां के साथ जुड़े हुए रहते हैं. सीधे तौर पर कहा जाए तो वह हमेशा किसी न किसी तरह से मिट्टी से जुड़ा रहते हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं उड़ीसा के बालासोर से सांसद प्रताप चंद्र सारंगी की, जो इन दिनों अपने घर के निर्माण को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं.
सांसद प्रताप चंद्र सारंगी को उनकी बुलंद सोच और सादा जीवन के कारण हर कोई जानता है. इतना ही नहीं, लोग उनकी ईमानदारी, सादगी और मितव्ययी जीवन से बहुत प्रभावित हैं. अपनी इसी छवि के चलते सारंगी अक्सर लोगों के बीच चर्चा का विषय बने रहते हैं. आज भी हम उनकी सादगी की एक मिसाल आपके सामने पेश करने जा रहे हैं.
आपको बता दें कि सांसद सारंगी ने देश का दिल कही जाने वाली दिल्ली में ऐसा ग्रामीण स्पर्श पेश किया है, जिसे देखकर हर कोई हैरान है. जी हां, सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने गांव की याद ताजा करते हुए राजधानी दिल्ली के पॉश इलाके में "मिट्टी का घर" बनवाया है.
एमपी सारंगी ने हुमायूं रोड पर एक शांत स्थान पर "मिट्टी का घर" बनाया है. अगर इस खूबसूरत और साफ-सुथरे घर की खूबियों की बात करें तो इसमें एक फ्लोर और दो बेडरूम वाला स्ट्रक्चर है. जो दिखने में बेहद ही आकर्षक है. इसमें मिट्टी की दीवारें, बांस की छतें और दीवारों पर मिट्टी की सुंदर नक्काशी है, जो आपको गांव की याद दिलाने पर मजबूर कर देंगी.
बालासोर के सांसद प्रताप चंद्र सारंगी के सरकारी आवास के पीछे आप इस गांव के दृश्य को देख सकते हैं, जिसमें मिट्टी का बरामदा, गोबर से रंगी हुई दीवारें, घर में बने मिट्टी के बिस्तर और कच्ची बाहरी और आंतरिक सादगी के साथ इसकी विशिष्ट सुंदरता को दर्शाता है.
प्रताप चंद्र सारंगी के बारे में
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री रहे प्रताप सारंगी अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं. ओडिशा के बालासोर से सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने 2019 में तब सुर्खियां बटोरीं, जब उन्होंने केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली. वह जुलाई 2021 में केंद्रीय राज्य मंत्री भी बने.
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प्रताप चंद्र सारंगी का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था. सारंगी प्रारम्भ से ही कर्मकांड और धार्मिक प्रकृति के शक्स रहे हैं. उन्होंने नीलगिरि फकीर मोहन कॉलेज, ओडिशा से स्नातक की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद उना ने जीवन भर शादी न करने का फैसला किया और अपनी मां के आखिरी दिनों तक उनकी सेवा करते रहे. सांसद सारंगी 2004 से 2009 तक विधायक भी रह चुके हैं.
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