
Miyazaki Mango: आमतौर पर फलों की गिनती स्वाद और सेहत के लिहाज़ से की जाती है, लेकिन जब बात जापान के ‘मियाजाकी आम’ की हो, तो यह फल सिर्फ स्वाद या सेहत तक सीमित नहीं रहता, यह शान और पहचान का प्रतीक बन जाता है. वाराणसी के चोलापुर ब्लॉक के बबियांव गांव के किसान शैलेंद्र यादव ने जापान की इस दुर्लभ प्रजाति के आम की खेती कर सबको चौंका दिया है. खास बात यह है कि इस आम की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2 से 3 लाख रुपये प्रति किलो तक है. ऐसे में इसे चोरी से बचाने के लिए उन्होंने अपने खेत में बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है.
आइए इस आम की खासियत और इसकी सुरक्षा के बारे में यहां जानते हैं...
गार्ड और कैमरों की चौकसी
खबरों की मानें तो शैलेंद्र यादव ने मियाजाकी आम के पेड़ों की 24 घंटे निगरानी के लिए दो सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं. इसके अलावा खेत के चारों तरफ सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, जो हर गतिविधि पर नजर रखते हैं. ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि पिछले वर्षों में देश के कई हिस्सों में मियाजाकी आम की चोरी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं.
क्या है मियाजाकी आम की खासियत?
यह आम अपनी गहरे लाल रंग की खूबसूरती, मिठास और पोषण से भरपूर तत्वों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है. इसमें विटामिन A, C, और कई महत्वपूर्ण मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसकी खासियत यह भी है कि यह आम धूप में पकता है, जिससे इसका स्वाद और भी खास हो जाता है.
शुरुआत में मिली थी प्रेरणा
आज तक के मुताबिक, शलेंद्र बताते हैं कि उन्होंने कुछ साल पहले एक रिपोर्ट में मियाजाकी आम के बारे में पढ़ा था. इसके बाद उन्होंने जापान से मंगवाकर इसके पौधे लगाए और अब उनके खेत में मियाजाकी आम का फल आ चुका है.
अब खरीदारों की नजर
देश-विदेश के कई खरीदार इस आम में दिलचस्पी दिखा चुके हैं. फिलहाल शैलेंद्र इसे नीलामी के ज़रिए बेचना चाहते हैं, जिससे उन्हें बेहतर कीमत मिल सके. वाराणसी में यह पहला मौका है जब इतनी हाई-प्रोफाइल सुरक्षा किसी फल के लिए की गई हो. लेकिन जब आम 3 लाख रुपये किलो बिकता हो, तो उसके लिए इतना इंतजाम भी जायज़ लगता है!
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