कृषि जागरण की 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा', एसटीआईएचएल/ STIHL के साथ साझेदारी में भारत के मध्य और पश्चिमी क्षेत्रों के माध्यम से एक प्रेरणादायक कृषि यात्रा पर है. अब, यह यात्रा मध्य प्रदेश के सतना तक पहुंच चुकी है, जहां यात्रा ने जिले के नागोद गांव और एकेएस विश्वविद्यालय पर अपनी प्रभावशाली छाप छोड़ी है. कृषि जागरण की यह यात्रा जो झाँसी में आरएलबी केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय से शुरू हुई और अब पूरे क्षेत्र में किसानों की समृद्धि बढ़ाने के मिशन पर है.
बता दें कि कृषि जागरण की टीम ने 'एमएफओआई, वीवीआईएफ किसान भारत यात्रा' के दौरान मध्य प्रदेश के सतना किसानों को उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को लेकर सम्मानित किया. वहीं, इस दौरान STIHL भी अपने उत्पादों को भी किसानों के बीच पहुंचा रही है.
क्या है MFOI Kisan Bharat Yatra?
बता दें कि 'एमएफओआई किसान भारत यात्रा 2023-24' ग्रामीण परिदृश्य को बदल स्मार्ट गांवों के विचार की कल्पना करता है. एमएफओआई किसान भारत यात्रा का लक्ष्य दिसंबर 2023 से नवंबर 2024 तक देश भर की यात्रा करना है, जो 1 लाख से अधिक किसानों तक विस्तारित होगी. जिसमें 4 हजार से अधिक स्थानों का विशाल नेटवर्क शामिल होगा और 26 हजार किलोमीटर से अधिक की उल्लेखनीय दूरी तय की जाएगी. इस मिशन का प्राथमिक उद्देश्य कृषि समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाना है, ताकि किसानों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि को बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाया जा सके.
एक लाख से अधिक किसानों को जोड़ने का लक्ष्य
MFOI भारत यात्रा का शुभारंभ भारत में करोड़पति किसानों की उपलब्धियों को पहचानने और उनके द्वारा किए गए कार्यों को पहचान दिलाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है. यह राष्ट्रव्यापी यात्रा एक लाख से अधिक किसानों से जुड़ेगी, 4520 स्थानों को पार करेगी और 26,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी. इतने बड़े पैमाने पर किसानों के साथ जुड़कर, यात्रा उनकी सफलता की कहानियों को दुनिया के समक्ष लाएगी.
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