Kharif Sowing 2024: देश के लगभग सभी हिस्सों में थोड़ी बहुत बारिश हो रही है, जबकि कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं, जिससे जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इसी बीच, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने कृषि क्षेत्र के संदर्भ में खुशखबरी दी है. मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि चालू खरीफ सीजन के दौरान 27 अगस्त तक धान की खेती का रकबा बढ़कर 394.28 लाख हेक्टेयर हो गया है.
इसके साथ ही, सभी खरीफ फसलों का कुल कवरेज 1065.08 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो एक साल पहले की तुलना में अधिक है. एक साल पहले इसी अवधि में धान की खेती का रकबा 378.04 लाख हेक्टेयर था और सभी फसलों का कुल रकबा 1044.85 लाख हेक्टेयर था.
दालों का रकबा बढ़ा
दालों का रकबा 115.55 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 122.16 लाख हेक्टेयर हो गया है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इसमें अरहर (तूर) का रकबा 45.78 लाख हेक्टेयर (एक साल पहले 40.74 लाख हेक्टेयर), उड़द का रकबा 29.04 लाख हेक्टेयर (30.81 लाख हेक्टेयर) और मूंग का रकबा 34.07 लाख हेक्टेयर (30.57 लाख हेक्टेयर) शामिल है.
मोटे अनाजों का रकबा बढ़ा
श्रीअन्न यानी मोटे अनाजों (पोषक अनाज) का रकबा बढ़कर 185.51 लाख हेक्टेयर (177.50 लाख हेक्टेयर) हो गया है. मक्का का रकबा बढ़कर 87.23 लाख हेक्टेयर (81.25 लाख हेक्टेयर) हो गया है, जबकि ज्वार का रकबा बढ़कर 14.93 लाख हेक्टेयर (13.84 लाख हेक्टेयर) हो गया है. लेकिन, बाजरा की बुआई 66.85 लाख हेक्टेयर (70.00 लाख हेक्टेयर) पर बनी हुई है.
तिलहन का रकबा बढ़ा
तिलहन का रकबा एक साल पहले के 187.36 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 188.37 लाख हेक्टेयर हो गया है. इसमें सोयाबीन 125.11 लाख हेक्टेयर (123.85 लाख हेक्टेयर) और मूंगफली 46.82 लाख हेक्टेयर (43.14 लाख हेक्टेयर) शामिल है.
गन्ने का रकबा बढ़ा
गन्ने का रकबा मामूली रूप से बढ़कर 57.68 लाख हेक्टेयर (57.11 लाख हेक्टेयर) हो गया है, कपास का रकबा 111.39 लाख हेक्टेयर (122.74 लाख हेक्टेयर) और जूट-मेस्ता का रकबा 5.70 लाख हेक्टेयर (6.56 लाख हेक्टेयर) पर बना हुआ है.
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