1. Home
  2. ख़बरें

भारतीय कृषि को सशक्त बनाने के लिए ICAR-कृषि जागरण ने साइन किए MoU

आईसीएआर और कृषि जागरण ने वर्ष 2023 में हुए अपने एमओयू को दोबारा नवीनीकृत करते हुए कृषि अनुसंधान और किसानों के बीच कड़ी मजबूत की है। इस समझौते से आईसीएआर के नवाचार, अनुसंधान और तकनीकी प्रगतियां अधिक प्रभावी रूप से किसानों तक पहुंच सकेंगी। दोनों पक्षों के वरिष्ठ अधिकारियों ने दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किए।

KJ Staff
kj
आईसीएआर और कृषि जागरण ने साइन किए MoU

भारतीय कृषि अनुसंधान और देश के किसान समुदाय के बीच की खाई को पाटने के उद्देश्य से, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने कृषि जागरण के साथ वर्ष 2023 में हस्ताक्षरित अपने समझौता ज्ञापन (MoU) को पुनः नवीनीकृत किया है। इस नवीनीकृत समझौते का उद्देश्य ICAR की गतिविधियों, कृषि नवाचारों, अनुसंधान कार्यों,  किसानों की सफलता कहानियों और नवीनतम तकनीकी प्रगतियों को देशभर के किसानों तक और अधिक प्रभावी ढंग से पहुंचाना है।

इस नवीनीकृत समझौते पर ICAR की ओर से डॉ. राजबीर सिंह, उप महानिदेशक (कृषि विस्तार), और डॉ. अनुराधा अग्रवाल, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, DKMA ने हस्ताक्षर किए। वहीं कृषि जागरण की ओर से संस्थापक एवं प्रधान संपादक एम.सी. डोमिनिक ने हस्ताक्षर किए।

MoU का उद्देश्य

ICAR देशभर में कृषि अनुसंधान, वैज्ञानिक परीक्षण, आधुनिक तकनीक और उन्नत प्रथाओं का प्रमुख केंद्र है। लेकिन इन उपलब्धियों का वास्तविक लाभ तब तक नहीं मिल सकता जब तक वे सीधे किसानों तक न पहुंचे।
कृषि जागरण, जो कि पिछले तीन दशकों से ग्रामीण भारत और कृषि समुदाय की प्रगति के लिए निरंतर कार्यरत है, इस दिशा में एक मजबूत माध्यम की भूमिका निभाता आ रहा है।

इस MoU के तहत-

  • ICAR की नई शोध निष्कर्षों, प्रौद्योगिकियों और नवाचारों को व्यापक रूप से प्रसारित किया जाएगा।

  • देशभर के उन किसानों की सफलता कहानियों को प्रमुखता मिलेगी, जिन्होंने ICAR की तकनीकों को अपनाकर अपने खेतों में बदलाव लाए।

  • कृषि जागरण के डिजिटल प्लेटफॉर्म, प्रिंट मैगजीन, सोशल मीडिया, और कार्यक्रमों के माध्यम से ICAR की गतिविधियों को बड़ी संख्या में किसानों तक पहुंचाया जाएगा।

  • विभिन्न कृषि संस्थानों, कृषि विज्ञान केंद्रों (KVKs), और क्षेत्रीय ICAR इकाइयों के बीच भी बेहतर संवाद स्थापित होगा।

किसानों की कहानियां पहुंचेंगी राष्ट्रीय पटल पर

भारत के करोड़ों किसानों में असाधारण क्षमता और नवाचार की भावना मौजूद है। देश के अलग-अलग हिस्सों में कई किसान पानी प्रबंधन, जैविक खेती, बहु-फसली प्रणाली, फसल विविधीकरण और तकनीक आधारित खेती के प्रयोग कर रहे हैं।

इन किसानों में से कुछ की कहानियां अक्सर स्थानीय स्तर तक सीमित रह जाती हैं। कृषि जागरण और ICAR की यह साझेदारी सुनिश्चित करेगी कि इन नवाचारी किसानों को राष्ट्रीय पहचान मिले, और उनके अनुभव अन्य किसानों को प्रेरित कर सकें।

MFOI Awards 2025 में ICAR की सहभागिता

इस MoU का एक बड़ा हिस्सा MFOI Awards 2025 के इर्द-गिर्द भी है, जिसे 7-9 दिसंबर 2025 के बीच आयोजित किया जाएगा। इस प्रतिष्ठित आयोजन में ICAR सह-आयोजक के रूप में जुड़ रहा है।

यह वार्षिक कार्यक्रम कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे किसानों, स्टार्टअप्स और कृषि-उद्यमों को सम्मानित करता है। ICAR की आधिकारिक भागीदारी इस आयोजन को और अधिक प्रभावशाली एवं ज्ञान-केंद्रित बनाएगी।

English Summary: ICAR-Krishi Jagran sign MoU to empower Indian agriculture Published on: 03 December 2025, 11:07 PM IST

Like this article?

Hey! I am KJ Staff. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News