उत्तर प्रदेश सरकार ने रबी सीजन 2025-26 की शुरुआत में किसानों को बड़ी सौगात दी है। सरकार ने राज्य के सभी जिलों में रबी सीजन के बीजों पर 50% तक सब्सिडी देने का फैसला किया है, जिससे लाखों किसानों को बड़ा लाभ होगा और उनकी आय में भी बढ़ोतरी होगी। सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे ये बीज उच्च गुणवत्ता के होंगे, जिससे किसानों को अच्छी पैदावार मिलेगी और फसलों के बेहतर दाम मिलेंगे। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने क्या कहा?
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किसानों के हित में यह बड़ा कदम उठाया है, ताकि उनकी आय में वृद्धि हो सके और वे कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि रबी सीजन में सभी जनपदों के राजकीय बीज भंडारों पर गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर और तिलहन फसलों के बीज रियायती दरों पर उपलब्ध करा दिए गए हैं, जहां से किसान इन बीजों को खरीद सकते हैं।
किन फसलों पर मिलेगा अनुदान?
सरकार ने रबी सीजन की उन्नत किस्मों का चयन किया है, जिनके बीजों पर सब्सिडी दी जा रही है। ये सभी फसलें भारत में व्यापक रूप से खेती की जाती हैं और किसानों को अच्छा मुनाफा देती हैं। इस बार किसानों को बीजों पर सब्सिडी के कारण दोगुना लाभ मिलने वाला है।
सब्सिडी इन फसलों पर उपलब्ध है-
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गेहूं
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जौ
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चना
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मटर
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मसूर
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सरसों
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तोरिया
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अलसी
कितनी कीमत पर मिलेंगे बीज?
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प्रमाणित बीजों में गेहूं, जौ, चना और मसूर पर ₹4,680 से ₹11,050 प्रति क्विंटल की कीमत पर 50% सब्सिडी मिलेगी।
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आधारभूत बीजों पर भी इसी तरह का लाभ दिया गया है, जिससे किसानों की कुल लागत लगभग आधी रह जाएगी।
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तोरिया, सरसों, रायड़ा और अलसी जैसी तिलहनी फसलों पर भी ₹5,400 तक की सब्सिडी उपलब्ध कराई जा रही है।
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यह योजना किसानों की खेती की लागत कम करने, उत्पादन बढ़ाने और उनकी आय में सुधार लाने में मदद करेगी।
सरकार ने यह कदम क्यों उठाया?
सरकार का उद्देश्य किसानों को समय पर और उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण बीज उपलब्ध कराना है। इस निर्णय के पीछे मुख्य कारण हैं—
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खेती की लागत कम करना
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उच्च गुणवत्ता वाले बीजों की उपलब्धता बढ़ाना
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दलहन व तिलहन फसलों का उत्पादन बढ़ाना
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विदेशों से आयात पर निर्भरता घटाना
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किसानों की आमदनी बढ़ाना
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