
मध्यप्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग की समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदी के लिए किसानों का पंजीयन गुरुवार से शुरू हो गया है. किसानों को 5 जुलाई तक पंजीयन कराना अनिवार्य होगा. पंजीयन पूरा करने के बाद सरकार 7 जुलाई से मूंग की खरीदी शुरू करने की तैयारी में है. राज्य सरकार ने समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द की खरीदी के लिए प्रदेशभर में 132 पंजीयन केंद्र स्थापित किए हैं.
बता दें कि नर्मदापुरम जिले में ग्राम स्तर पर सहकारी समितियों में यह केंद्र खोले गए हैं, ताकि किसानों को आसानी हो सके. जिले के डोलरिया में 13, इटारसी में 15, पिपरिया में 14, बनखेड़ी में 15, माखननगर में 17, सिवनी मालवा में 29, सोहागपुर में 19 और नर्मदापुरम ब्लॉक में 10 पंजीयन केंद्र बनाए गए हैं.
सही जानकारी देना जरूरी
पंजीयन के दौरान किसानों को अपनी फसल का पूरा विवरण, रकबा (कितने एकड़ में मूंग बोई गई है) और आधार से लिंक बैंक खाता की जानकारी देना जरूरी होगा. ताकि खरीदी के बाद भुगतान सीधे किसानों के खाते में भेजा जा सके. इस बार भी स्लॉट बुकिंग की प्रक्रिया लागू रहेगी, जिसके तहत किसानों को एक तय समय पर ही उपज लेकर केंद्र पर पहुंचना होगा.
किसानों के आंदोलन के बाद लिया फैसला
पिछले कुछ समय से प्रदेश सरकार मूंग खरीदी को लेकर असमंजस में थी. 15 दिनों तक किसान संगठनों और विपक्षी दलों ने मूंग को एमएसपी पर खरीदे जाने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया. इसके बाद 13 जून को सरकार ने मूंग खरीदी का निर्णय लिया. हालांकि, सरकार ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि प्रति हेक्टेयर कितनी मात्रा में मूंग खरीदी जाएगी. इससे किसानों में संशय बना हुआ है.
इन जिलों में होगी खरीदी
खबरों की मानें तो नर्मदापुरम के अलावा नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, सागर, गुना, खंडवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल, श्योपुर, भिंड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मंडला, शिवपुरी, अशोकनगर, इंदौर, बालाघाट और सतना जिलों में भी मूंग की खरीदी की जाएगी. किसानों को सलाह दी गई है कि वे समय पर पंजीयन करा लें ताकि खरीदी प्रक्रिया में किसी प्रकार की समस्या न आए.
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