साल 2017 में ग्वार गम में निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला है। एक्सपोर्ट में इजाफा होने से पिछले एक साल में ग्वार गम के भाव में 44 फीसदी तेजी रही है। ग्वार गम एक्सपोर्ट ओरिएंटेड कमोडिटी है और एक्सपोर्ट डिमांड बढ़ने से कीमतें बढ़ती हैं। कमोडिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस साल भी ग्वार गम की कीमतों को सपोर्ट मिलता दिख रहा है। इसकी कीमत 12,000 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच सकती है। फिलहाल एनसीडीई पर ग्वार गम की कीमत 9200 रुपए प्रति क्विंटल है।
अप्रैल-नवंबर में 42% बढ़ा एक्सपोर्ट
- फाइनेंशियल ईयर 2017-18 में अप्रैल से नवंबर के बीच ग्वार गम का एक्सपोर्ट 42 फीसदी बढ़कर 3.21 लाख टन रहा है। 2016-17 में समान अवधि के दौरान ग्वार गम का एक्सपोर्ट 2.26 लाख टन था। एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेलवपमेंट अथॉरिटी (एपीईडीए) के अनुसार, अमेरिका में डिमांड में इजाफा से ग्वार गम एक्सपोर्ट्स को सपोर्ट मिला है।
एक साल में 44% बढ़ा भाव
- एंजेल ब्रोकिंग कमोडिटी के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता का कहना है कि खासतौर से अमेरिका में ऑयल रिग्स में बढ़ोतरी से ग्वार गम की डिमांड बढ़ी है, जिससे कीमतों को सपोर्ट मिलास है। 2017 में अमेरिका में ऑयल रिग्स की संख्या 41 फीसदी बढ़त 747 हो गई है। इससे 2017 में ग्वार गम की कीमत 43.76 फीसदी बढ़ी। बता दें कि ऑयल रिग्स में ग्वार गम की खपत ज्यादा होती है। ग्वारगम की कीमतें अभी भी स्टेबल बनी हुई हैं। पिछले 3 माह में इसमें 15 फीसदी तक तेजी आई है।
इन फैक्टर्स का मिलेगा सपोर्ट
- अमेरिका का क्रूड प्रोडक्शन बढ़ाने पर जोर
केडिया कमोडिटी के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा कि साल 2018 में ग्वार गम का आउटलुक पॉजिटिव है। ओपेक देशों और रूस द्वारा क्रूड प्रोडक्शन में कटौती से क्रूड की कीमतें 68 डॉलर के पार हो गई है। वहीं इस साल अमेरिका ने क्रूड प्रोडक्शन जारी रखने का फैसला किया। क्रूड प्रोडक्शन बढ़ने पर अमेरिका से ग्वार गम की डिमांड बढ़ेगी, जिससे असर इसकी कीमतों पर होगा।
- फूड इंडस्ट्री से डिमांड बढ़ने की उम्मीद
केडिया के मुताबिक, फूड इंडस्टी में लगातार ग्रोथ देखने को मिल रही है। फूड इंडस्ट्री में खासकर चॉकलेट मेंकिंग में ग्वार गम का ज्यादा इस्तेमाल होता है। देश में चॉकलेट की डिमांड बढ़ने से ग्वार गम की खपत बढ़ेगी। मांग में इजाफा से ग्वार गम की कीमतों में तेजी आएगी।
साभार
दैनिक भास्कर
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