कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने शनिवार को ऋषिकेश के श्यामपुर में देश की पहली वर्गीकृत वीर्य (सेक्स सोर्टेड सीमन) उत्पादन प्रयोगशाला का शिलान्यास किया। अपने कर्यक्रम के दौरान उन्होंने दुग्ध व्यापार से जुड़ी कई बातों पर प्रकाश डाला। उन्होंने दुग्ध उत्पादन में देश को गौरवशील बताते हुए कहा कि भारत बहुत जल्द ही दुग्ध निर्यात्कों की सूची में शामिल हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए हर प्रयास कर रही है और वर्तमान में इसके लिए सरकार ने पशुधन संधि योजना चलाई है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में दूध की कमी नहीं है और दुग्ध उत्पादन में लगातार वृद्धि हो रही है।प्रयोगशाला के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला छह माह में बनकर तैयार हो जाएगा और इसमें 40 करोड़ रुपए खर्च होंगे। प्रयोगशाला की खासियत है की यहां मिलने वाले सीमन से सिर्फ बछिया ही पैदा हेगी। किसानों के बारे में उन्होंने कहा कि देश में अब किसानों को कृषि शोध का लाभ मिलने लगा है और केंद्र सरकार मुख्य रूप से गांव, गरीब और किसानों के लिए काम कर रही है।
आखिरी में उन्होंने कही कि देश में 700 कृषि विद्यालय और कृषि कर्मचारी अब लैब से लैंड तक पहुंचकर काम कर रहे हैं और इसके परिणाम भी किसानों तक दिखाई देने लगे हैं। देश में 15 करोड़ गायों में से नौ करोड़ गाय दूध देती हैं। इनमें 13 लाख गाय उत्तराखंड में हैं। बता दें की 2022 तक किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार हर तरह के प्रयास कर रही है और इसके लिए देश के हर राज्यों में कई तरह के आयोजन भी कर रही है।
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