अंगूर एक ऐसा फल है जो कि हर सीजन में आसानी से मिल जाता है. इस फल की सबसे खास बात यह है कि यह ज्यादातर लोगों को पसंद होता है. इसके अलावा इसमें कई तरह के विटामिन्स होने के कारण बच्चे, बूढ़े और जवान सभी इसको बढ़ी आसानी से खाते हैं. अंगूर ना केवल खाने के लिए बल्कि सेहत के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होता है. अंगूर मुख्य रूप से मधुमेह और कैंसर रोगियों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. यह एनीमिया में भी काफी ज्यादा सहायता प्रदान करता है. तो आइए जानते हैं क्या है अंगूर के फायदे और कैसे यह आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है :
अंगूर की प्रजातियां
वैसे तो अंगूर की काफी वैरायटी होती है, लेकिन कुल अंगूर की पांच प्रजातियां होती है जो कि बेहद ही खास होती है. इनमें यह तीन हरे रंग की और दो काले रंग की प्रजाति होती है.
अंगूर के फायदे
1. जुकाम से छुटकारा- जुकाम में प्रतिदिन 50 ग्राम अंगूर खाने से जुकाम में काफी छुटकारा मिल जाता है.
2. ब्लड प्रेशर- अंगूर को सही तरीके से सेवन करने से ब्लड प्रेशर से राहत मिलती है. इससे रोगी को राहत मिलती है.
3. चेचक रोगी- चेचक रोगीयों के लिए अंगूर काफी फायदेमंद माना जाता है.
4. कब्ज में लाभ- अंगूर को काले नमक के साथ खाने से कब्ज से राहत मिलती है.
5. कैंसर रोगी को लाभ- अंगूर के रस का सेवन करने से कैंसर रोग में आराम मिलता है. इसके अलावा टाइफाइड बुखार में मुनक्का सेवन करना फायदेमंद रहता है.
6. खून को बढ़ाने में सहायक- अंगूर का सेवन बेहद ही फायदेमंद होता है. एक गिलास अंगूर के जूस में 2 चम्मच शहद मिलाने से खून की कमी दूर हो जाती है.
7. माइग्रेन में राहत- यदि कोई माइग्रेन के दर्द से जूझ रहा है तो उसके लिए अंगूर का रस पीना काफी फायदेमंद होता है.
अंगूर में होते कई विटामिन-
अंगूर एक ऐसा फल है जिसके अंदर कई तरह के विटामिन होते हैं. अंगूर में पर्याप्त मात्रा में कैलोरी, फाइबर, विटामिन और विटामिन ई और सी पाया जाता है. इसके अलावा इसमें ग्लूकोज, मैग्नीशियम और साइट्रिक एसिड जैसे कई तरह के पोषक तत्व भी पाए जाते हैं.
अंगूर के नुकसान-
वैसे तो अंगूर सेहत के लिए बेहद ही फायदेमंद माना जाता है लेकिन अधिक मात्रा में इसके सेवन करने से यह सेहत पर बूरा प्रभाव डाल सकता है.
1. अंगूर में अधिक फाइबर होता है इसीलिए दस्त आदि की परेशानी में इसका सेवन ना करें.
2. अधिक अंगूर का सेवन आपके वजन को बढ़ा सकता है.
3. जरूरत से ज्यादा अंगूर खाने से उल्टी और उवकाई हो सकती है.
किशन अग्रवाल, कृषि जागरण
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