Mahindra Tractors ने अप्रैल 2024 में बेचे 37,039 ट्रैक्टर्स, निर्यात बिक्री में 23% की वृद्धि Mandi Bhav: गेहूं की कीमतों में गिरावट, लेकिन दाम MSP से ऊपर, इस मंडी में 6 हजार पहुंचा भाव IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये 2 छोटे बिजनेस, सरकार से मिलेगा लोन और सब्सिडी की सुविधा एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 4 September, 2019 12:00 AM IST
औषधीय पौधों की खेती

गुजरात के शहर अहमदाबाद से लगभग 120 किमी दूर अरवल्ली जिले के डोडिया गांव की पहचान अब औषधीय गांव के नाम से होने लगी है. इस गांव की खासियत है कि यहां के हर घर में औषधीय पौधे लगे हुए है जोकि किसी न किसी रूप से स्वास्थय के लिए काफी लाभदायक है. इस गांव के सरपंच की पहल पर यह काम शुरू हुआ है. यहां की जिस भी सोसायटी को औषधि पौधे का नाम दिया गया है उस पौधे को सोसाइटी के हर घर में दिया गया है. औषधीय पौधे पूरे गांव की 20 सोसाइटी में बांटा गया है.

संरपच की पहल पर औषधीय नाम (Medicinal names on the initiative of the sarpanch)

इस गांव के सरपंच नानाभाई के दिमाग में गांव को औषध गांव बनाने का विचार आया था. जून 2019 में उन्होंने सभी ग्रामीणों की बैठक को बुलवाया और अपनी बात को रखा. सभी से विचार विमार्श करने के बाद उन्होंने इस कार्य की शुरूआत भी कर दी है. बाद में योजना पर अमल हुआ और गांव के 300 से ज्यादा घरों को बांटकर कुल 20 सोसाइटी में बांट दिया. इन सभी सोसाइटी को तुलसी वन सोसाइटी, एलोवेरा, अश्वागंधा, बारहमासी, ब्राम्ही, आवंला जैसे नाम को दिया गया है. इस अभियान में वन विभाग और रिलायंस फाउडेंशन ने काफी मदद की है. इससे लोगो को भी काफी औषधीय पौधों के बारे में जानकारी मिली है.

दूर-दूर से देखने आते लोग (People coming from far and wide)

गुजरात के इस औषध गांव को लोग काफी दूर-दूर से देखने आते है. इस गांव को अब ऐसी पहचान मिलने लगी है कि अब लोग इसको औषध गांव के नाम से जानने लगे है. गांव को अलग - अलग औषधीय पौधों के सहारे नई तरह की पहचान मिली है. यह औषध पौधे लोगो के काफी काम आता है और स्वास्थय के लिए काफी लाभदायक होते है.

यह खबर भी पढ़ें : 

High demanding Medicinal plants: इन औषधीय पौधों की बढ़ी मांग, इम्युनिटी बढ़ाने में हैं काफी फायदेमंद

 गांव के लोगों को देगें औषधीय जानकारी (Will give medicinal information to the people of the village)

सरपंच के बेटे का कहना है कि आने वाले समय में वह सोसायटी के और सदस्यों को भी जोड़ेंगे. यहां का पूरा का पूरा समूह गांव के लोगों को औषधीय फसलों के बारे में पूरी जानकारी देगा. वह कहते है कि यह एक गर्व की बात है कि डोडिया गांव यहां का पहला हर्बल गांव है. यह पौधे बेहद ही उपयोगी होते है. आने वाले समय में इस तरह की औषधीय पौधों से संबंधित और योजना पर कार्य किया जाएगा.

English Summary: This village of Gujarat is becoming the hub of herbal plants
Published on: 04 September 2019, 01:42 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now