हमारे देश में पोल्ट्री उद्योग करीब 5000 साल पहले शुरू किया गया था. मुर्गी पालन मौर्य साम्राज्य का एक प्रमुख उद्योग माना जाता था. हालाँकि, इसे 19 वीं शताब्दी से ही एक व्यावसायिक उद्योग के रूप में देखा जाने लगा. चिकन और अंडे की लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए यह एक बड़ा उद्योग बन गया है. मुर्गी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जो आपके लिए आय का एक अच्छा स्रोत बन सकता है. यह व्यवसाय बहुत कम लागत से शुरू किया जा सकता है और आप इसके माध्यम से अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. अब केंद्र और राज्य सरकार भविष्य में मुर्गी पालन को बढ़ावा देने के लिए अपने-अपने स्तर पर लोन और प्रशिक्षण (Training) देने की सुविधा प्रदान कर रही हैं.
मुर्गी पालन शुरू करने के लिए आपको क्या चाहिए?
आपको मुर्गी पालन शुरू करने के लिए जमीन की आवश्यकता होती है.इसके अलावा आपको अपने गांव या शहर से थोड़ी दूरी पर एक जगह चुननी चाहिए. जहां पानी, स्वच्छ हवा और धूप और वाहनों का अच्छा प्रावधान हो.
मुर्गी पालन के लिए ऋण और सब्सिडी
1.मुर्गी पालन के लिए सरकार 25 फीसद तक सब्सिडी देती है.
2.SC / ST वर्ग के लोगों के लिए यह सब्सिडी 35 फीसद तक तय की गई है.
3.नाबार्ड मुर्गी पालन पर सब्सिडी देता है.
4.पोल्ट्री फार्मिंग के लिए कोई भी व्यक्ति लोन ले सकता है.
आप ऋण (Loan) कैसे प्राप्त कर सकते हैं?
1.मुर्गी पालन के लिए, आप किसी भी सरकारी बैंक से ऋण प्राप्त कर सकते हैं.
2.State Bank of India इस कार्य के लिए कुल लागत का 75 फीसद तक ऋण देता है और यह 5,000 मुर्गियों के पोल्ट्री फ़ार्म के लिए 3,00,000 रुपए तक का ऋण प्रदान करता है. एसबीआई ने मुर्गी पालन के लिए लोन वाली इस योजना का नाम 'ब्रायलर प्लस' योजना(Broiler Plus Scheme) रखा है.
3.यहां से आप 9 लाख रुपए तक का लोन ले सकते हैं. SBI का यह लोन 5 साल में वापस करना होगा. यदि किसी कारण से आप 5 वर्षों में ऋण चुकाने में असमर्थ हैं, तो 6 महीने का और समय दिया जाता है.
किन दस्तावेजों की पड़ती है जरूरत
1.पहचान प्रमाण पत्र - ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड या पासपोर्ट की आवश्यकता है.
2.दो पासपोर्ट साइज फोटो
3.एड्रेस प्रूफ में राशन कार्ड, बिजली बिल, टेलीफोन बिल, पानी का बिल या लीज एग्रीमेंट आवश्यक है.
4.पोल्ट्री की परियोजना रिपोर्ट.
5.बैंक खाता विवरणी की फोटो कॉपी.