Summer Animal Care Tips: भीषण और उमस भरी गर्मी से देश के कई राज्यों में इसानों के साथ-साथ पशु और पक्षी भी परेशान है. ऐसे में पशुपालकों को अपने पशुओं के स्वास्थ्य और उनके दुग्ध उत्पादन को बनाएं रखने के लिए कुछ जरूरी बातों का विशेष रुप से ध्यान देना चाहिए. गर्मी के मौसम में पशुओं का सबसे अधिक बीमार होने का खतरा रहता है, क्योंकि अधिक तापमान और गर्म हवाओं के चलते पशु को लू लगने की अधिक संभावना होती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, लू लगने की वजह से पशुओं को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जिससे पशु का पाचन तंत्र और दुग्ध उत्पादन पर प्रभाव पड़ता है.
गर्मियों में नवजात पशुओं की बेहत सावधानी के साथ देखभाल करनी होती है, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही पशु का स्वास्थ्य बिगड़ सकती है. ऐसे में पशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर बुरा असर पड़ सकता है, जिससे वह मानसुन के मौसम में कई तरह की बड़ी बीमारियों का शिकार हो सकते हैं. आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें, गर्मियों में पशुपालकों किन गलतियों करने से बचना चाहिए.
पशुओं को दें हरा चारा
पशुपालकों को गर्मी के मौसम में पशुओं का बेहतर दुग्ध उत्पादन और उनकी शारीरिक क्षमता को बनाए रखने के लिए संतुलित आहार ही देना चाहिए. आपको जितना हो सकें अपने पशु को हरा चारा ही देना चाहिए. हरा चारा पशुओं के लिए स्वादिष्ट होने के साथ-साथ काफी पौष्टिक भी होता है. आपको पशुओं के चारे में 70 से 90 प्रतिशत पानी की मात्रा रखनी चाहिए, जिससे समय-समय पर उनकी पानी की पूर्ति को पूरा किया जा सकें.
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पिलाएं ताजा पानी
गर्मियों में पशुओं को प्यास ज्यादा लगती है, इसलिए आपो एक दिन में उन्हें 3 से 4 बार पानी जरूर पिलाना चाहिए. इससे पशुओं का तापमान नियंत्रित करने में मदद मिलती है. इसके अलावा, पशुपालक अपने पशु को पानी में थोड़ा सा नमक और आटा मिलाकर भी दें सकते हैं. जितना हो सकें, अपने पशुओं को ताजा पानी पिलाएं. दूध निकालने के बाद आपको पशु को ठंडा पानी पिलाना चाहिए. पशुपालकों को अपने पशु को दिन में 2 से 3 बार ताजे पानी से भी नहलाना चाहिए.
साफ-सफाई का ध्यान
आपको गर्मियों में अपने पशुओं के खानपान को लेकर भी साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए, चारा देने वाले स्थान को नियमित रूप पर धोते रहना चाहिए. आपको भूलकर भी अपने पशु को रसोई का झूठा या फिर बासी खाना नहीं खिलाना चाहिए, पशु को आटा, रोटी और चावल खिलाने से बचना चाहिए. पशुओं के चारे को 3 से 4 दिन के अंतराल पर पानी देना चाहिए, जिससे चारे में हाइड्रोसायनिक एसिड बनने से बचाया जा सकता है.
हवादार बनाएं आवास
आपको अपने पशुओं के लिए एक ऐसा आवास बनना चाहिए, जिसमें सीधे आती सूर्य की किरणों से बचा जा सकें और वह हवादार भी हो. आपको आवास में गर्म हवाओं के परवाह को रोकने के लिए खिड़कियों और दरवाजों पर गीले जूट के बोरों को लटका देना चाहिए, इससे उनके आवास में ठंडक बनी रहती है. इसके अलावा, रात के समय आपको अपने पशु को खुले आसमान के नीचे बांध देना चाहिए.