Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 27 April, 2023 12:00 AM IST
अब व्यावसायिक रूप में होगा पशुओं का पालन

किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार कई तरह की योजनाओं को लागू करती रहती है. सरकार के साथ में कृषि सहयोग के लिए कई तरह की संस्थाएं एवं कृषि विश्वविद्यालय भी तरह-तरह की तकनीकी को ईजाद करते रहते हैं. भारत में पशुपालन बहुत ही बड़े स्तर पर किया जाता है. पशुपालन के प्रमुख उद्देश्य भारत में दूध, ऊन और मांस का उत्पदान करना होता है. भारत में दुग्ध उत्पादन के लिए डेयरी उद्योग का क्षेत्र भी बहुत बड़े स्तर पर फैला हुआ है. इस उद्योग को और भी बड़े स्तर तक पहुंचाने के लिए राज्य और केंद्र सरकार तरह-तरह की योजनाओं को लागू करती हैं. ऐसी ही एक योजना के बारे में हम आज बात करने जा रहे हैं जो इस उद्योग को एक नई क्रांति प्रदान कर सकती है.

पशुपालन के लिए लागू होगी ब्राजील तकनीक

भारत हो या कोई अन्य देश पशुओं का पालन सभी देश अपनी तकनीक और सुविधा के अनुसार उसे व्यवस्थित करने का प्रयास करते हैं. इन्हीं तकनीक को हम भी एक दूसरे से ग्रहण कर उसे लागू कर उन्हें आगे बढ़ाते हैं. ब्राजील भी पशुपालन के लिए तरह-तरह की तकनीक का विकास करता रहता है. लेकिन अब हरियाणा सरकार यही तकनीक हरियाणा किसानों के लिए भी ला रही है. उनके अनुसार पशुओं को व्यवसाय के रूप में पालना ही ब्राजील तकनीक का प्रमुख हिस्सा है.

क्या फायदा होगा इस तकनीक से

इस तकनीक से किसानों को केवल उन पशुओं को पालने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा जो ज्यादा दूध का उत्पादन करते हों और इनका उपयोग केवल व्यापारिक दृष्टि से किया जाये. हरियाणा सरकार अब ऐसे पशुओं की नस्ल को लाने की कोशिश कर रही है जो दिन में 60 से 70 लीटर तक दूध का उत्पादन कर सकें. इतना ही नहीं सरकार इस योजना के लिए अनुदान का भी प्रावधान कर रही है.

सरकार करेगी अच्छी नस्ल के सीमन की व्यवस्था

सरकार ब्राजील पशुपालन अपनाने के लिए पूरी तरह से तत्पर है. वह इस योजना के लिए अनुदान का तो प्रबंध कर ही रही है साथ ही ज्यादा दूध वाले पशुओं की मात्रा को बढ़ाया जा सके इसके लिए सरकार अच्छे सीमन का भी प्रबंध करके किसानों और डेयरी उत्पादकों को उपलब्ध कराएगी. हरियाणा सरकार के कृषि मंत्री के अनुसार बहुत से पशुपालकों को अच्छी नस्ल का सीमन उपलब्ध न हो पाने के कारण ही वे व्यवसायिक गति से बाहर हो जाते हैं.

यह भी पढ़ें: गाय को पालने के लिए अब सरकार करेगी खर्चा, केवल 10 प्रतिशत खर्च कर उठाएं लाभ

लेकिन अब उनकी इस समस्या के समाधान के लिए भी सरकार उनका पूरा सहयोग करेगी. इससे प्रदेश को दुग्ध उत्पादन में पूरा सहयोग मिलेगा.

English Summary: Now the government will help the farmer to do animal husbandry in Brazil know what is animal husbandry in Brazil
Published on: 27 April 2023, 04:18 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now