देश के पशुपालकों के लिए जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि उनके पशु सुरक्षित और स्वस्थ हैं या नहीं? कई बार पशुपालकों को पशुओं की बीमारी के बारे में बहुत देर से पता चलता है, जिससे पशुओं में बीमारी इतनी ज्यादा फैल जाती है कि पशुपालकों को नुकसान झेलना पड़ता हैं.
ऐसे में पशुपालकों को पहले से ही पशुओं के स्वास्थ्य के बारे में पता होना चाहिए.. तो चलिए जानते हैं कि कैसे पशुओं की बीमारी का पता लगाएं.
पशु के व्यवहार पर नजर रखें(monitor animal behavior)
अगर आपका पशु ठीक से नहीं चल पा रहा है या चलते वक्त पूरे पैरों का इस्तेमाल नहीं कर रहा है, तो समझ जाइए कि वो स्वस्थ नहीं है, क्योंकि स्वस्थ पशु पैरों से अच्छी तरह चलते हैं.
पशु सक्रिय हैं या नहीं (Detect animal activity)
अगर आप किसी ऐसे पशु के पास से गुजरते हैं, जो लेटा हुआ है, लेकिन इसका बाद भी पशु उठता नहीं है, तो समझ जाइए कि पशु को कोई स्वास्थ्य समस्या हो सकती है.
समय-समय पर शरीर का तापमान चेक करें (Check animal's body temperature)
पशुपालकों को समय-समय पर अपने पशुओं के तापमान की जांच करनी चाहिए. जैसे की सुअर के तापमान को आप उसके कान को छूकर चेक कर सकते हैं.
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पशु ठीक से खा रहा हैं या नहीं (pay attention to animal feed)
अगर आपके पशु का स्वास्थ बेहतर होगा, तो उसका खान-पान सही रहेगा. आमतौर पर स्वस्थ व्यक्ति हो या फिर पशु उसे अच्छी भूख लगती है. अगर आपके पशु ने अचानक से कम खाना शुरु कर दिया है तो हो सकता है कि वो बीमार हो.
पशुओं में इन बातों का भी रखें ख्याल(How to Take care of animals?)
पशु की नाक साफ होनी चाहिए.
पशुओं का थूथन यानी मुंह सूखा नहीं होना चाहिए.
अगर पशु अच्छे से खाना चबा नहीं रहा या धीरे चबा रहा हैं ,तो भी दिक्कत हो सकती है.
स्वस्थ जानवरों की पहचान है कि अक्सर वो अपनी जीभ से अपनी नाक को चाटा करते हैं. अक्सर आपने गायों और भैसों को ऐसे करते हुए देखा भी होगा.
अगर पशुपालक ऊपर दिए गए किसी भी लक्षण को अपने पशुओं में देखता है, तो उसे जल्द ही किसी पशु चिकित्सक से संपर्क कर लें.
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