Goat Farming: किसान अधिक कमाई के लिए खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करते हैं. अगर आप भी पशुपालन करना चाहते हैं, तो ऐसे में आपके लिए बकरी पालन करना सबसे अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. दरअसल, यह बिजनेस किसानों को बेहद कम समय और कम लागत में मोटी कमाई कमाकर देता है. बता दें कि बकरी पालन का बिजनेस साल भर चलने वाला होता है. लेकिन इसके लिए किसानों को बकरी की उन्नत नस्लों/ Goat Breeds का चयन करना चाहिए. इसी क्रम में आज हम बकरी पालन करने वाले किसानों को लिए बकरी की टॉप पांच उन्नत नस्लों की जानकारी लेकर आए हैं. ये नस्लें सिरोही बकरी, ब्लैक बंगाल, ओस्मानाबादी, गुजरी बकरी और सोजत बकरी/Sirohi Goat, Black Bengal, Osmanabadi, Gujari Goat and Sojat Goat हैं.
बता दें कि बकरी की ये टॉप पांच नस्लें बाजार में अपने अच्छे मांस व अधिक मात्रा में दूध देने के लिए जानी जाती है. ऐसे में आइए इन बकरियों के बारे में विस्तार से जानते हैं-
बकरी की टॉप पांच उन्नत नस्लें/ Top Five Breeds of Goat
बकरी की सिरोही बकरी नस्ल - बकरी सिरोही नस्ल अजमेर, बांसवाड़ा, राजसमंद और उदयपुर के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है. बाजार में इस नस्ल की बकरी के मांस और दूध दोनों की ही कीमत अधिक होती है. बकरी की यह नस्ल 18 से 24 महीने में ही पहले बार बच्चे को जन्म दे देती है.
बकरी की ब्लैक बंगाल नस्ल- बकरी की यह नस्ल दक्षिण और पश्चिमी बंगाल, बिहार, झारखंड, असम, मेघालय और त्रिपुरा क्षेत्रों में अधिक पाई जाती है. इस नस्ल की बकरी के पैर काफी छोटे होते हैं और वहीं रंग काला होता है. ब्लैक बंगाल नस्ल की बकरे के बाल छोटे व बेहद चमकीले होते हैं. बाजार में इस नस्ल की बकरी के मांस की कीमत काफी अधिक होती है.
बकरी की ओस्मानाबादी नस्ल- यह नस्ल उस्मानाबाद, परभणी, अहमदनगर और सोलापुर क्षेत्रों में पाई जाती है. बकरी की ओस्मानाबादी नस्ल का पालन ज्यादातर मांस के लिए किया जाता है. क्योंकि इसके मांस में काफी अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जिसके चलते बाजार में इसके मांस के दाम उच्च होते हैं. ओस्मानाबादी नस्ल की बकरी साल में दो बार ही बच्चे जन्म देती है.
बकरी की गूजरी बकरी- बकरी की यह नस्ल बाजार में अच्छे मांस व अच्छे क्वालिटी का दूध देने के लिए जानी जाती है. गूजरी बकरी आकार में काफी बड़ी होती है. यह अधिक मात्रा में दूध देने के लिए भी जानी जाती है. जयपुर, अजमेर और टोंक के क्षेत्रों के द्वारा गूजरी बकरी का पालन सबसे अधिक किया जाता है.
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बकरी की सोजत नस्ल- बकरी की यह नस्ल भी राजस्थानी क्षेत्रों में सबसे अधिक पाली जाती है. बकरी की यह नस्ल दिखने में काफी सुंदर लगती है, जिसके चलते बाजार में इसके दाम अधिक होते हैं. सोजत नस्ल की बकरी दूध की कम देती है, लेकिन इसके मांस में काफी अधिक प्रोटीन पाया जाता है. इसलिए सोजत बकरी को मुख्यतौर पर मांस के लिए ही पाला जाता है.