पशुओं में इस समय बीमारियां का दौर तेजी से बढ़ रहा है. देखा जाए तो देशभर के ज्यादातर पशु वर्तमान में कई तरह के खतरनाक वायरस की चपेट या फिर अन्य बीमारी के शिकार हो रखे हैं. देखा जाए तो पशुपालन भी इन बीमारियों के चलते दिक्कतों का सामना कर रहे हैं.
ऐसे में पशुपालन भाई अपने पशुओं का टीकाकरण करवाते हैं और यह करवाना कहीं हद तक सही भी होता है. क्योंकि इससे पशु में रोग के फैलने का प्रभाव कम हो जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई पशुओं का टीकाकरण करवाना सही भी नहीं होता है. खुद डॉक्टर भी सभी पशुओं के टीकाकरण की मंजूरी (Animal vaccination approval) नहीं देते हैं.
अगर आप भी बीमारियों से बचाने के लिए अपने सभी तरह के पशुओं का टीकाकरण (Animal Vaccination) करवा देते हैं, तो आपको शायद भविष्य में इससे होने वाली हानि का सामना करना पड़ सकता है. घबराएं नहीं आज हम आपको इस खबर के माध्यम से बताएंगे कि पशुपालन भाइयों को किन-किन पशुओं का टीकाकरण नहीं करवाना चाहिए और किन पशुओं का टीकाकरण करवाना जरुरी होता है, इन सब की जानकारी देंगे.
इन पशुओं का नहीं करवाएं टीकाकरण
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पशुपालन भाइयों को कभी भी बीमार पशुओं को टीका नहीं लगवाना चाहिए.
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इसके अलावा 4 या 5 माह के गर्भ होने पर भी पशुओं का टीकाकरण नहीं करवाना चाहिए.
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अगर आपका पशु कमजोर है, तभी भी आपको उनका टीकाकरण नहीं करवाना चाहिए. देखा गया है कि ये पशु टीके की मात्रा को नहीं सहन कर पाते हैं, जो उनके शरीर के लिए सही नहीं होता है.
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इन पशुओं का करवाए टीकाकरण
पशुओं को बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण करवाना चाहिए. अगर समय रहते रोगों से बचाव के लिए उनका टीकाकरण करा दिया जाए तो उन्हें आने वाले खतरों से बचाया जा सकता है. हमेशा स्वस्थ पशुओं का ही टीकाकरण करवाएं. इसके अलावा पशुपालकों को दुधारू पशुओं का समय-समय पर टीका करवाते रहना चाहिए. भेड़-बकरियां और गाय-भैंस आदि जानवरों का टीकाकरण डॉक्टरों की सलाह पर ही कराना चाहिए.
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