सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 28 April, 2023 12:00 AM IST
स्प्रिंकलर सेट और ड्रिप सिंचाई पर अनुदान

राज्यों में गिरते भू-जल स्तर को रोकने के लिए कम पानी की खपत करने वाले कृषि सिंचाई यंत्रों को बढ़ावा दिया जा रहा है, ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिस्टम के उपयोग से पानी की बर्बादी को रोका जा सकता है, ड्रिप सिंचाई के उपयोग से 80 फीसदी पानी की बचत हो सकती है जबकि स्प्रिंकलर से 40-50 फीसदी तक पानी बचा सकते हैं.

ऐसे में सरकार की ओर से किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम पर सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है. अब राजस्थान सरकार की ओर से भी किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई सिस्टम की स्थापना पर भारी सब्सिडी दी जा रही है. किसानों को 75 प्रतिशत तक अनुदान सरकार दे रही है. साल 2023 में सरकार ने 4 लाख किसानों को योजना को लाभ देने  का लक्ष्य रखा है. 

ड्रिप और स्प्रिंकलर पर सब्सिडी

राजस्थान के किसानों को सूक्ष्म सिंचाई मिशन के तहत अनुदान दिया जाएगा. जिनमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, लघु किसान, सीमांत किसान और महिला किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी, वहीं अन्य शेष किसानों को 70 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है. 

ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई संयंत्र के लिए पात्रता

शर्तें-  इस योजना का लाभ राजस्थान राज्य के किसानों को ही दिया जाएगा, अन्य राज्य के किसान पात्र नहीं होंगे, योजना का लाभ लेने के लिए किसान के पास न्यूनतम 0.2 हैक्टेयर कृषि जमीन होना जरूरी है अनुदान का लाभ किसान को अधिकतम 5 हैक्टेयर क्षेत्र के लिए दिया जाएगा, साथ ही उन्हीं किसानों को लाभ मिलेगा जिनके पास पानी का स्त्रोत जैसे कि कुआं, नलकूप या फिर अन्य जल स्त्रोत पर विद्‌युत, डीजल, सौर चालित पंप सेट हो.

ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम के लिए आवेदन- ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई सिस्टम पर सब्सिडी लेने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. इसके लिए किसान, राज किसान साथी पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के साथ ही किसानों को नवीनतम जमाबंदी के साथ ही जरूरी आवेदन भी ऑनलाइन अपलोड करना होगा. 

इन जरूरी दस्तावेज की होगी जरूरत- ऑनलाइन आवेदन करने के लिए किसानों को जरूरी दस्तावेज की जरूरत होगी जैसे कि आवेदन करने वाले किसान का आधार कार्ड/जनआधार कार्ड, जाति प्रमाण-पत्र (केवल अनुसूचित जाति एवं जनजाति किसानों के लिए),  बिजली का बिल, किसान का मोबाइल नंबर जो आधार से लिंक हो साथ ही बैंक पासबुक का विवरण चाहिए होगा इसके लिए बैंक पासबुक के पहले पेज की कॉपी लगाएं. 

अधिक जानकारी के लिए कहां करें संपर्क

किसान ड्रिप और स्प्रिंकलर पर मिलने वाली सब्सिडी से संबंधित ज्यादा जानकारी के लिए अपने जिले के कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं, इसके अलावा किसान राज किसान पोर्टल पर जाकर भी योजना की पूरी जानकारी ले सकते हैं. 

ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई संयंत्र के लाभ

कम पानी में अधिक क्षेत्रफल में सिंचाई के लिए किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई संयंत्र खेत में लगाना चाहिए, इससे पानी की बचत होगी. ड्रिप सिस्टम बाग में लग सकते हैं. इस सिस्टम से पौधे पर एक-एक बूंद पानी गिरता है, इससे पौधे को सीधा पानी मिलता है और भूमि में जरूरी नमी बनी रहती है. इस पद्धिति में पानी की करीब 80 फीसदी तक बचत होती है जबकि स्प्रिंकलर सिस्टम में पानी की बौछार फसल पर होती है, इससे कम पानी में अधिक क्षेत्र में फसलों को पानी देते हैं. इस सिस्टम के इस्तेमाल से करीब 40-50 फीसदी तक पानी की बचत की जा सकती है.

English Summary: This government is giving 75 percent subsidy on drip irrigation and sprinkler sets, know how to get benefits
Published on: 28 April 2023, 10:29 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now