Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 19 January, 2021 12:00 AM IST
Cage Culture

दुनिया के अन्य देशों की तरह अब भारत में भी मछली पालन के लिए केज कल्चर का चलन बढ़ गया है. यह एक पिंजरनुमा होता है जिसमें मछली पालन किया जाता है. सामान्य तालाबों की तुलना में इसमें मछली की ग्रोथ तेजी से और अधिक होती है. केन्द्र सरकार से प्रवर्तित इस योजना के तहत मध्य प्रदेश सरकार 50 फीसदी अनुदान दे रही है. तो आइये जानते हैं मछली पालन के केज कल्चर निर्माण के लिए अनुदान कैसे लें.

योजना का उद्देश्य

मछली पालकों की आय को दोगुना करने के लिए इस योजना को शुरू किया गया है. इस प्रक्रिया को अपनाने से मछली का उत्पादन आसानी से बढ़ाया जा सकता है. एक केज से लगभग 5 टन उत्पादन लिया जा सकता है. 

कौन ले सकता है लाभ?

यह केन्द्र प्रवर्तित स्कीम है जिसका लाभ मध्य प्रदेश के सभी जिलों के मत्स्य पालक उठा सकते हैं. इसमें केंद्र और राज्य सरकार मिलकर कुल खर्च का 50 प्रतिशत अनुदान देती है.

आवश्यक योग्यताएं

1. यदि आप मछली पालन के लिए केज कल्चर को अपनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपके द्वारा निर्माण करवाए गए जलाशय में गर्मी के दिनों में जल स्तर 20 फीट न्यूनतम होना चाहिए.

2. हर केज से 4 से 5 टन पंगेशियस प्रजाति की मछली का उत्पादन लेना आवश्यक है.

3. जिस जलाशय पर मछली पालन किया जा रहा हो वह हितग्राही के नाम से आवंटित हो.

4. जलाशय में कम से कम 4 केज जिसकी साइज 6X4X4 होनी चाहिए.

प्रशिक्षण

केज कल्चर के जरिए 120 दिनों में मछलियों को वजन 400 ग्राम तक हो जाता है. वहीं खुले तालाबों में इतने दिनों में मछलियों को वजन 200 से 300 ग्राम ही होता है. ऐसे में यह एक उन्नत तकनीक है जिसके जरिए अधिक उत्पादन लिया जा सकता है. यही वजह है कि हितग्राही को 5 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाता है जिसमें उन्हें केज कल्चर की पूरी जानकारी दी जाती है.

6 लाख रूपये का खर्च

सामान्य तौर केज कल्चर निर्माण में अनुमानित लागत तीन लाख रूपये आती है जिसमें से 50 प्रतिशत अनुदान सरकार देती है. 

English Summary: How to get grant for construction of cage culture in reservoirs
Published on: 19 January 2021, 12:04 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now