Dairy Farming Loan: राजस्थान सरकार ने राज्य के पशुपालकों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और पशुधन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से एक सराहनीय पहल की है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार ने पशुपालकों को 1 लाख रुपये तक का ब्याजमुक्त ऋण देने की योजना (Loan For Cattle Farmers) शुरू की है. यह योजना खासतौर पर उन जरूरतमंद पशुपालकों के लिए बनाई गई है, जो सीमित संसाधनों के कारण अपने पशुओं की देखभाल (Animal Care) और उनके पोषण में कठिनाई महसूस करते हैं. इस ऋण की मदद से वे चारा, दवाई, शेड निर्माण जैसी आवश्यक जरूरतों को पूरा कर सकेंगे. ब्याजमुक्त होने के कारण उन्हें किसी अतिरिक्त वित्तीय बोझ का सामना नहीं करना पड़ेगा.
राज्य सरकार की यह योजना न केवल पशुपालन को बढ़ावा देगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आय के नए अवसर भी पैदा करेगी. सरकार की यह पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है.
अब तक 1 लाख से अधिक आवेदन
सहकारिता विभाग के माध्यम से गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना (Gopal Credit Card Scheme) के तहत यह लोन दिया जा रहा है. 31 मार्च 2025 तक 33,475 परिवारों को यह लाभ मिल चुका है. वहीं, अब तक 1 लाख से अधिक लोग आवेदन कर चुके हैं. सरकार का लक्ष्य वर्ष 2024-25 में 5 लाख परिवारों तक यह सुविधा पहुंचाने का है, जबकि 2025-26 में 2.5 लाख नए परिवारों को लोन देने की योजना है.
पशुपालकों को मिलेगा सीधा लाभ
राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में पशुपालन हजारों परिवारों की आजीविका का मुख्य साधन है. इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने इस योजना की शुरुआत की है. गाय-भैंस पालने (Cattle Rearing) वाले पशुपालकों को अब सरकार 1 लाख रुपये तक का अल्पकालीन लोन दे रही है, जिसकी अवधि एक वर्ष होगी. यदि लोन समय पर चुकाया जाए, तो कोई ब्याज नहीं देना होगा.
आसान प्रक्रिया, कम शर्तें
इस योजना के अंतर्गत लोन पाने के लिए कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है. इसके लिए जरूरी शर्तें इस प्रकार हैं:
- आवेदक के पास जनाधार और आधार कार्ड होना जरूरी
- दो व्यक्तियों की रेफरेंस गारंटी देनी होगी.
- सिंगल साइन ऑन पोर्टल पर खुद की आईडी बनानी होगी.
- पहले से दो से अधिक लोन न लिए हों.
शर्तों में दी गई बड़ी रियायतें
सरकार ने इस योजना को और भी सरल बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं:
- सिबिल स्कोर की अनिवार्यता खत्म
- कोई संपत्ति या भूमि गिरवी रखने की जरूरत नहीं
- डेयरी समिति की सदस्यता या दूध आपूर्ति की अनिवार्यता नहीं
- समिति सचिव की अनुशंसा की बाध्यता भी समाप्त
कहां हो सकता है लोन का उपयोग?
इस ब्याजमुक्त लोन (Interest Free loan) का उपयोग पशुपालक गाय-भैंस की खरीद, चारा, उपकरण, शेड निर्माण आदि के लिए कर सकते हैं. यह योजना पशुपालन क्षेत्र को नई दिशा देने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो रही है.