देश के किसानों को खेतीबाड़ी करने के लिए बारिश और मौसम पर निर्भर होना पड़ता है. किसान फसल की बुवाई कब करें, उन्हें अब यह आधुनिक तकनीक से बताया जा रहा है, लेकिन यह अनुमान भी कई तरह के होते हैं, जिसका असर फसल उत्पादन पर पड़ता है. अब सरकार किसानों की दुर्दशा को अच्छी तरह समझने लगी है, इसलिए कृषि क्षेत्र को उन्नति की राह पर ले जाने के लिए कई सरकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसी कड़ी में कृषि से जुड़ी ऐसी 5 सरकारी योजनाएं मुख्य हैं, जिनकी बारे में किसानों को ज़रूर जानना चाहिए.
मृदा स्वास्थय कार्ड योजना (Soil Health Card Scheme)
इस योजना को साल 2015 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य देश में सभी किसानों को मृदा स्वास्थय कार्ड जारी करना है. इन कार्डों के जरिए किसानों को उनके खेत की मिट्टी के पोषक तत्वों की जानकारी दी जाती है, साथ ही मिट्टी की गुणवत्ता और उर्वरकता बढ़ाने के लिए पोषक तत्वों की जानकारी दी जाती है. इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान अपने जिले के कृषि पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं.
मौसम-आधारित फसल बीमा (Weather-based crop insurance)
किसानों की फसल कई बार बारिश, गर्मी, पाला, आर्द्रता की वज़ह से बर्बाद हो जाती है. इसके लए सरकार ने मौसम-आधारित फसल बीमा को शुरू किया है. इसका उद्देश्य किसानों का फसल को बारिश, गर्मी, पाला, आर्द्रता आदि के कारण होने वाले नुकसान से बचाने का है. बता दें कि अब बटाईदार और काश्तकार समेत सभी किसान इस बीमा सुरक्षा के पात्र होने लगे हैं. इस योजना की जानाकारी हर किसान के लिए होना बेहद ज़रूरी है. इसके लिए आप निकट के कृषि विज्ञान केंद्र में संर्पक कर सकते हैं.
पीएम कृषि सिंचाई योजना (PM Krishi Irrigation Scheme)
इस योजना को भी साल 2015 में शुरू किया गया, जिसका उद्देश्य ‘हर खेत को पानी’ पहुंचाने का है. इसके तहत सिंचाई आपूर्ति श्रृंखला से जुड़ी हर समस्या का समाधान उपलब्ध है. इसमें ‘जल संचय’ और ‘जल सिंचन’ के माध्यम से माइक्रो लेवल पर वर्षाजल का संग्रह करके सुरक्षात्मक सिंचाई का निर्माण होता है. अगर कोई किसान खेतीबाड़ी में सूखे की मार झेल रहा है, तो उस किसान को इस सरकारी योजना का लाभ ज़रूर उठाना चाहिए. इस योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए कृषि विज्ञान केंद्र में संपर्क कर सकते हैं.
पीएम किसान सम्मान निधि (पीएम किसान योजना)
पीएम किसान योजना के तहत सभी लघु और सीमान्त किसानों को हर साल 6 हजार रुपये दिए जा रहे हैं. इसका उद्देश्य किसानों की आमदनी बढ़ाना और फसलों की समुचित सेहत और सही पैदावार के लिए विभिन्न इनपुट्स के खर्च की पूर्ति करना है. इसका लाभ उठाने के लिए आप अपने निकट के कृषि विज्ञान केंद्र में बातचीत कर सकते हैं.
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पीएम फसल बीमा योजना (PM crop insurance scheme)
फसल बीमा क़िस्त-आधारित योजना है, जिसके तहत किसान को खरीफ के लिए प्रीमियम का अधिकतम 2 प्रतिशत, रबी और तिलहन के लिए 1.5 प्रतिशत, वाणिज्यिक/बागवानी फसलों के लिए 5 प्रतिशत देना होता है. इसके अलावा प्रीमियम के बाकी हिस्से को केंद्र और राज्य सरकार देती है. इस योजना की ज़्यादा जानकारी प्राप्त करने के लिए आप निकट के कृषि विज्ञान केंद्र से बात कर सकते हैं.