Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 5 August, 2021 12:00 AM IST
vande matram

जब लिखता हूँ वंदे मातरम् शब्द सबल बन जाते हैं
भव्य भवानी भारत भू के भाव प्रबल  बन जाते हैं
शौणित रक्त शिराओं में ये खून खोलने लगता है
राष्ट्र भक्ति में रोम रोम हर अंग डालने लगता है

शब्द-शब्द के उच्चारण का स्वर सौरभ महकाता है 
जब सैनानी सरहद चढ़ कर राष्ट्र गीत ये गाता है
गाता है जब सत्यमेव जयते की जय-जय गाता है
लाल  किले का स्वाभिमान से सर ऊंचा उठ जाता है

शष्य श्यामला सोम्य धरा पर तीन रंग लहराते हैं
अमर शहीदों की यादों के दीपक खुद जल जाते है
लिखता हूँ मैं वीर शिवाजी झांसी वाली रानी को
नरमुन्डो का ढेर लगाती रणचंडी महारानी को

सावरकर सरदार भगत सिंह बिस्मिल की कुर्बानी को
जिसने डायर को मारा वो उधम सिंह बलिदानी को
गांधी सुभाष टैगोर तिलक शेखर की अमर कहानी को
नत मस्तक हो लिखता हूँ मै करगिल के सैनानी को।।

आज हुई खतरे में एकता है इससे कोई अंजान नहीं
धर्म जैहादी बन कर लड़ना वीरों की पहचान नहीं
सुनो देश की युवा शक्ति न समय गंवाओ बातों में
पहचानो उन दुश्मन को जो विष घोले जज़्बातों में

धूल चटा दो गिद्धों को जो घर में घुस प्रतिघात करें
जुबाँ काट लो गद्दारों की जो देश द्रोह की बात करें
भारत माता के दुश्मन से प्रीत नहीं हो सकती है
युद्ध घोष के बिना हमारी जीत नहीं हो सकती है

युद्ध ठान कर सरहद पर अब आगे कदम बढ़ाना है
दहशत गर्दी इस दानव को अब तो सबक सिखाना है
तुम्हे जगाने के खातिर मैं वंदे मातरम् लिखता हूँ
अलख जगाने के खातिर वंदे मातरम् लिखता हूँ

कंचन की केसर घाटी में वन्दे मातरम् लिखता हूँ
हल्दीघाटी  की  माटी  मे वन्दे मातरम् लिखता हूँ
भारत भू की भव्य धरापर वंदे मातरम् लिखता हूँ
विश्व वंदिता हिंद धरा पर वन्दे मातरम् लिखता हूँ

जब लिखता हूँ वन्दे मातरम् कर्म सकल बन जाते हैं
वन्दे मातरम् के वंदन से जन्म सफल बन जाते है।।

लेखक: प्रमोद सनाढ़्य "प्रमोद" नाथ

English Summary: read hindi poem vande mataram
Published on: 05 August 2021, 05:41 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now