Papaya Farming: पपीते की खेती से होगी प्रति एकड़ 12 लाख रुपये तक कमाई! जानिए पूरी विधि सोलर पंप संयंत्र पर राज्य सरकार दे रही 60% अनुदान, जानिए योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया केवल 80 से 85 दिनों में तैयार होने वाला Yodha Plus बाजरा हाइब्रिड: किसानों के लिए अधिक उत्पादन का भरोसेमंद विकल्प किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 25 February, 2019 12:00 AM IST
Patharchatta

पत्थरचट्टा एक विशेष प्रकार की जड़ी बूटी है जो कि काफी फायदेमंद होती है. यह एक घरेलू पौधा होता है. ये पौधा उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में प्राकृतिक रूप से उगता है. पत्थरचट्टा के कई तरह के घरेलू फायदे होते हैं जो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते है.

पत्थरचट्टा का वैज्ञानिक नाम ब्रायोफिलम पिनाटा होता है. पत्थरचट्टा से बहुत से घरेलू पथरी को हटाने, रक्तचाप, सिरदर्द, अस्थमा, मूत्ररोग आदि को ठीक करने में प्रयोग किया जाता है. तो आइए जानते है इस विशेष पत्थरचट्टे के पौधे के बारे में कुछ रोचक जानकारियां -

ऐसा होता है पत्थरचट्टा

अगर हम पत्थरचट्टे के पौधे के बारे में बात करें तो यह सीधा, तना हुआ, लंबा और 12 महीने उगने वाला पौधा होता है. यह पौधा 1-2 मीटर लंबा होता है. ये एक विशेष प्रकार की जड़ी बूटी होती है जो कि भारत के सभी घरेलू पौधों के रूप में आसानी से पाई जाती है. इसके पत्ते विभिन्न प्रकार की औषधि के लिए जाने जाते है. इसका तना अंदर तक खोखला होता है जिसका रंग पूरी तरह से हरा या फिर लाल होता है. इस पौधे की छाल मोटी और रसदार होती है. इस विशेष प्रकार के पौधे में 6-7 प्रकार के पत्तों की शाखाएं होती है. सबसे बड़ी विशेषता इस पौधे की यह है कि गीली जमीन पर अलग प्रकार से नये पौधे को आसानी से जन्म दे देती है. अगर इसके फूलों के उगने की बात करें तो यह सर्दियों और बंसत के मौसम में ही पैदा होते है.

फोड़ों का इलाज

अगर आपके शरीर में किसी तरह के फोड़े की समस्या है तो पत्थरचट्टा आपके लिए काफी गुणकारी है. पत्थरचट्टे के पत्ते को तोड़कर इन्हें हल्का गर्म करने के बाद फोड़े और सूजन वाली जगह पर रखकर बांध लें. यह आपकी सूजन को कम करने के साथ ही फोड़ों का उपचार करने में मदद करता है.

गुर्दे की पथरी

अगर आपको गुर्दे की पथरी की समस्या पैदा हो जाती है. पत्थरचट्टा आसानी से पित्त से जुड़ी समस्या को दूर करने में सहायक होता है. आप अगर इसको उबालकर गाढ़ा तैयार करेंगे तो यह आपकी सेहत को काफी फायदा देगा. अगर आपको थोड़ा स्वाद चाहिए तो आप इसमें शहद को भी मिला सकते है. इस मिश्रण को भी दो से तीन बार तक सेवन करना चाहिए.

घावों को ठीक करें

आपके शरीर में किसी भी तरह के गहरे घाव हो गए है तो पत्थरचट्टा का उपयोग आपके लिए बेहद ही फायदेमंद है. आप इन पत्थरट्टा के पत्तों को आसानी से पीस सकते है और हल्की आंच पर गर्म कर सकते हैं और इनको अपने गहरे घावों पर लगा सकते हैं.

मूत्र संबंधी विकारों में दे राहत

मूत्र संबंधी विकारों से संबधित परेशानियों के लिए पत्थरचट्टे का रस काफी ज्यादा फायदेमंद होता है.

(यह लेख सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है. इन पर अमल करने से पहले एक बार संबंधित विशेषज्ञ से जरूर संपर्क कर लें.)

English Summary: Relaxation will give you effective use of rock band
Published on: 25 February 2019, 03:53 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now