हाथों की और पैरों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए मेहंदी का उपयोग किया जाता हैं. घर में कोई शादी, त्योहार हो अथवा कोई खास सेलिब्रेशन का मौका, मेहंदी हर जगह अपना रंग बेखेरती है. भारतीय सौंदर्य की परंपरा में सोलह सिंगार शामिल है जिनमें से एक मेहंदी भी है. मेहंदी सिर्फ हाथों की खूबसूरती ही नहीं बढ़ाती बल्कि यह एक प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि (Ayurvedic medicine) भी है. इसकी तासीर ठंडी मानी जाती है इसलिए इसके कई तरह के स्वास्थ्य लाभ भी ले सकते हैं और यह कई बीमारियों को ठीक करने में भी असरकारी है. तो आइये जानते हैं इसका प्रयोग किस प्रकार की बीमारियों में किया जाता है और कैसे किया जाता है.
किडनी के संक्रमण को दूर करें (Remove Kidney infection)
किडनी के अधिकतर रोगी पथरी या किडनी के संक्रमण से जूझ रहे हैं. किडनी के रोगों से छुटकारा दिलाने में मेहंदी के पत्ते प्रभावी हैं. किडनी की प्रॉबलम को ठीक करने के लिए 50 ग्राम मेहंदी को आधा लीटर पानी में कूटकर इसे उबाल लें फिर पानी को छानकर पिए. इससे किडनी के संक्रमण को दूर किया जा सकता है.
जोड़ों में दर्द को कैसे दूर करें (How to relieve joint pain)
यदि जोड़ों में लगातार दर्द रहता है तो मेहंदी के लगातार प्रयोग से पुराने जोड़ों के दर्द भी ठीक हो जाते हैं. इसके लिए मेहंदी और अरंडी के पत्तों को बराबर मात्रा में एक साथ पीस लें इस मिश्रण को हल्का सा गर्म करके दर्द वाली जगह पर लगाएं इससे थोड़ी देर में आपको दर्द से राहत मिलेगी और लगातार प्रयोग से थोड़े दिन में दर्द बिल्कुल ठीक हो जाएगा.
बवासीर रोग में (In hemorrhoids)
मेहंदी बवासीर को ठीक करती है मगर इसके लिए मेहंदी के पत्तों के बजाय बीज की आवश्यकता पड़ती है. बवासीर के लिए मेहंदी के बीजों को अच्छी तरह पीस लें और बीज के पाउडर में थोड़ा सा देसी घी मिलाकर इसकी गोलियां बना लें. इन गोलियों को रोज सुबह और शाम को भोजन करने के बाद चूसें. धीरे धीरे आपकी बवासीर ठीक हो जाएगी.
हाई ब्लड प्रेशर (High blood pressure)
हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप) में भी मेहंदी के उपयोग से फायदा मिलता है. ब्लड प्रेशर से बचना है तो मेहंदी के ताजे पत्तों को पीसकर रोज पैर के तलवों, सिर में और हाथों में लगाएं इससे आपका ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाएगा.