ठंड आते ही आंवले का सीजन चालू हो जाता है. वैसे तो बाजार में आंवला साल भर उपलब्ध रहता है पर सर्दी के मौसम में आंवला कई प्रकार की बीमारियों के लिए गुणकारी साबित होते है. सर्दी के मौसम में कच्चे आंवला खाने के बाद पानी पीना सेहत के बहुत ही लाभकारी होता है. आंवले से शुगर, बवासीर, नकसीर और दिल की बीमारी के इलाज में फायदेमंद है. इस फल में विटामिन सी, विटामिन एबी कॉम्पलेक्स, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्निशियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और डाययूरेटिक एसिड जैसे पोषक तत्व प्रचूर मात्रा में मिलते है.
क्यों जरूरी है आंवला का सेवन
आंवला विटामिन सी का अच्छा स्त्रोत माना जाता है. यह शरीर में इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है. जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ता है. आंवला खाने से लीवर को शक्ति मिलती है और पाचन क्रिया भी तीव्र हो जाती है साथ ही आंवले के रस के सेवन से खून भी साफ होता है। आंवले में क्रोमियम के कण पाए जाते हैं जो शरीर में शुगर लेवल बैलेंस करने में मदद करते हैं.
आंवले का रस आंखों के लिए बहुत ही लाभदायक होता है. यह आंखों की रौशनी बढ़ाने में सहायक है. इतना ही नहीं आंवले के रस के सेवन से मोतियाबिंद, कलर ब्लाइंडनेस जैसी बहुत सी बीमारियों से निजाता मिलता है. आंवला शरीर के मेटाबॉलिज्म को मजबूत बनाने में सहायता प्रदान करता है. जिससे आपको अपना वजन कम करने में मदद मिलती है. प्रतिदिन सुबह एक आंवला लेने से भी फायदा होता है और आपका शारीरिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है.
डायबिटीज और शुगर जैसी बीमारियों में आंवला बहुत ही लाभदायक फल है। मधुमेह का मरीज हल्दी के साथ आंवले का प्रयोग कर सकता है. जिससे डायबिटीज के मरीजों को बहुत लाभ मिलता है. दिल की बिमारी वाले मरीजों को आवंला खाने से बहुत फायदा होता है.
उनके शरीर का रक्तसंचार अच्छा हो जाता है. डॉक्टर भी अक्सर ठंड के समय दिल के मरीजों को रोजाना तीन आंवले खाने के लिए कहते हैं. दिल के मरीजों के लिए आंवले का मुरब्बा भी फायदेमंद होता है. खांसी होने पर दिन में तीन बार आंवले का मुरब्बा दुध के साथ लेने से आराम मिलता है. अगर खांसी तेज हो तो आंवले को शहद के साथ खाना भी लाभकारी होता है.