Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने '40 लाख हैप्पी कस्टमर्स' का माइलस्टोन किया हासिल, किसानों को आगे बढ़ाने में सक्षम IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 2 September, 2020 12:00 AM IST

दुनियाभर में पाए जाने वाले पेड़-पौधे में कोई ना कोई औषधीय गुण जरूर होता है. ये बात अलग है कि अभी तक कई पेड़-पौधों के औषधीय गुणों की सही जानकारी नहीं हो पाई है. कहा जाता है कि छोटी शाक या जड़ी-बूटियों में ही ज्यादा औषधीय गुण होते हैं, तो वहीं मध्यम आकार के पेड़, बड़े-बड़े वृक्षों और उनके तमाम अंगों में गजब के औषधीय गुणों की मौजूद होते हैं. आज हम अपने इस लेख में 2 ऐसे वृक्षों से रूबरू कराएंगे, जिसमें अनगिनत औषधीय गुणों पाए जाते हैं.

  • अमलतास

  • फालसा

ये खबर भी पढ़े: Wheatgrass Juice से होने वाले Benefits और बनाने की विधि

अमलतास

इस पेड़ पर झूमर की तरह पीले फूल लटकते हैं, जो कि इस पेड़ की सुंदरता को और बढ़ाते हैं. यह पेड़ अक्सर बाग-बगीचों में लगाया जाता है. हालांकि, जंगलों में भी इसे अक्सर उगता हुआ देखा गया है. इसका वानस्पतिक नाम केस्सिया फ़िस्टुला है. इसके पत्तों और फूलों में ग्लाइकोसाइड, तने की छाल टैनिन, जड़ की छाल में टैनिन के अलावा ऐन्थ्राक्विनीन, फ्लोवेफिन पाया जाता है. इसके साथ ही फल के गूदे में शर्करा, पेक्टीन, ग्लूटीन जैसे रसायन पाए जाते हैं. अगर पेट दर्द में इसके तने की छाल को कच्चा चबाया जाए, तो जल्द ही राहत मिल जाती है. कहा जाता है कि पातालकोट के आदिवासी बुखार और कमजोरी में कुटकी के दाने, हर्रा, आंवला और अमलतास के फलों की समान मात्रा लेकर कुचलते है और इसे पानी में उबाल लेते हैं. इसके बाद लगभग 5 मिली शहद भी डाल देते हैं औप ठंडा होने पर रोगी को देते हैं. इससे रोग से तुरंत राहत मिल जाती है.

फालसा

यह एक मध्यम आकार का पेड़ है. इस पर छोटी बेर के आकार के फल लगते है. मध्य भारत के वनों में यह खूब पाए जाते हैं. इसका वानस्पतिक नाम ग्रेविया एशियाटिका है. अगर किसी को खून की कमी है, तो उसे फालसा के पके हुए फल खाना चाहिए. इसके सेवन से शरीर में खून की मात्रा बढ़ती है. इसके अलावा अगर त्वचा में जलन हो, इसके फल या शर्बत को सुबह-शाम पीने से जल्द आराम मिलता है. इतना ही नहीं, चेहरे पर निकलने वाली फुंसियों में भी यह मददगार साबित होता है.

ये खबर भी पढ़े: Health Benefits of Mint: पुदीने के सेवन से होने वाले अद्भुत फायदे, जो रखेंगे आपको स्वस्थ

English Summary: Amaltas and Phalsa tree are rich in medicinal properties
Published on: 02 September 2020, 03:08 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now