सर्दियों की शुरुआत में घर के बगीचे में अगर फूलों के पौधे न हों तो शायद सर्दियों का मज़ा कम ही रहता है. आज कई तरह के फूलों के चलते पूरा बगीचा इन्गीं दिखाई देता है. लेकिन उसमें अगर गुलाब का फूल/Rose Flower न तो भी अधूरा-अधूरा सा लगता है. भारत में कई जगह तो गुलाब को बगीचे की शान भी कहा जाता है. भारत में इसकी 150 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं.
लेकिन आज हम आपको इसकी पांच किस्मों हाइब्रिड टी, छोटा गुलाब, अल्बा गुलाब, फ्लोरिबंडा गुलाब और क्लाइम्बिंग रोज के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं. यह सभी किस्मों के फूल उपहार, साज सज्जा में सबसे ज्यादा प्रयोग किए जाते हैं. तो आइये इनके बारे में विस्तार से जानते हैं-
हाइब्रिड टी गुलाब (Hybrid Tea Roses)
यह गुलाब का सबसे लोकप्रिय वर्ग है, जिसमें 30 से 50 पंखुड़ियों वाले बड़े सुंदर फूल होते हैं, जो गुलाब के लंबे तने से निकलते हैं. ऐसे हजारों हाइब्रिड टी गुलाब/Hybrid Tea Roses हैं, जिनकी खेती की जाती है और इन्हीं से लगातार पुरानी किस्मों की जगह नई किस्मों को विकसित किया जाता है.
छोटा गुलाब (Miniature Roses)
जैसा कि नाम से पता चलता है, छोटा गुलाब बड़े गुलाबों की छोटी प्रतिकृतियां हैं जो छोटी कॉम्पैक्ट झाड़ियाँ हो सकती हैं. यह घरों में डेक या आँगन में कंटेनरों/बर्तनों में अच्छी तरह से उगाई जा सकती हैं. इनकी ऊंचाई आमतौर पर 15 से 30 इंच के बीच होती है. छोटे बगीचों के लिए यह किस्म बिल्कुल उपयुक्त होती है.
अल्बा गुलाब (Alba Roses)
अल्बा गुलाब संकर किस्म है, जो सबसे पुराने बगीचे के गुलाबों में से कुछ हैं, इन्हें 100 ईस्वी पूर्व की प्रजाति भी माना जाता है. इनमें सुंदर नीली-हरी पत्तियों और सफेद या हल्के गुलाबी फूलों के साथ लंबी, सुंदर झाड़ियाँ होती हैं. अल्बा गुलाब देर से वसंत या गर्मियों की शुरुआत में एक बार खिलते हैं और सबसे कठोर गुलाबों में से हैं.
फ्लोरिबंडा गुलाब (The Floribunda Roses)
ये फूल आम तौर पर फूलों के छोटे समूहों में खिलते हैं. पसंदीदा फूलों की किस्मों में 'आइसबर्ग', 'जूलिया चाइल्ड', 'केचप एंड मस्टर्ड' और 'एंजेल फेस' शामिल हैं. यह गुलाब की एक नई किस्म है, जिसे 'प्लीज ईजी टू प्लीज' कहा जाता है.
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क्लाइम्बिंग रोज (Climbing Roses)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह गुलाब चढ़ाई वाली लंबी छड़ें खंभों, बाड़ों, मेहराबों और गज़ेबोस तक अपना रास्ता बनाने के लिए अच्छी तरह से अनुकूलित हैं. इन पौधों की बेल 20 से 30 फीट तक लम्बी हो सकती है.