Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 27 January, 2021 12:00 AM IST
Tree Farming

वर्तमान समय में हर व्यक्ति यही चाहता है कि वो ज्यादा से ज्यादा कमाई करे. ऐसे में अगर किसानों को भी सही मदद और आइडिया मिलें तो वो भी अच्छा मुनाफ़ा कमा सकते हैं. बस जरूरत है उन्हें सही तरीके से गाइड करने की. भारत के ज्यादातर किसान सब्जियों, फलों और अनाज आदि की खेती करते हैं. लेकिन आज हम आपको अपने इस लेख में फसलों की नहीं बल्कि पेड़ों की खेती के बारे में बताएंगे. जिसकी खेती कर आप भविष्य में अच्छी ख़ासी कमाई कर सकते हैं. इसके लिए बस थोड़े धैर्य की जरूरत है और यह आपके लिए एक लांग टर्म इन्वेस्टमेंट (Long Term Investment) साबित होगा है. तो आइए जानते हैं इन पेड़ों के बारे में विस्तार से..

गम्हार की खेती (Pitch Tree Farming)

यह तेज़ी से बढ़ने वाला पेड़ है. भारत के अलावा यह विदेशों में पाया जाता है, जैसे कि कंबोडिया, म्यांमार, थाईलैंड आदि जैसे देशों में इसकी मात्रा बहुत अधिक है. इसके पत्तों का इस्तेमाल दवाई बनाने में किया जाता है. यह अलसर जैसी समस्या से राहत दिलाने में बहुत ज्यादा फायदेमंद माना जाता है.

गम्हार की खेती में लागत

गम्हार के 1 एकड़ में 500 पौधे लगाए जाते हैं. अगर गम्हार के पेड़ की खेती में लागत की बात करें तो इसमें कुल लागत 40 -55 हज़ार तक लागत आती है. वहीं, अगर गम्हार के पेड़ की खेती में कमाई की बात करें तो इस पेड़ की खेती से कमाई लकड़ी की क्वालिटी पर निर्भर होती है. 1 एकड़ में लगे पेड़ कुल एक करोड़ की कमाई करते है.

चंदन की खेती (Chandan Tree Farming)

इसके पेड़ की खेती में इतना मुनाफा है, जितना किसी भी सरकारी या फिर प्राइवेट योजना में निवेश करने पर आपको नहीं मिलेगा. अगर सरल भाषा में बताएं तो 1 लाख रुपए का निवेश करने पर आपको भविष्य में 1.5 करोड़ रुपए तक का मुनाफा मिल सकता है. अगर आप 15-20 साल तक किसी भी योजना (Scheme) में इतना पैसा लगाएंगे तो आपको कभी भी इतना लाभ नहीं मिलेगा. इसे लगाने के बाद 5वें साल से इसकी लकड़ी रसदार होना शुरू हो जाती है. लगभग 12 से 15 साल के बीच इसकी लकड़ी बिकने के लिए तैयार हो जाती है. इसके एक पेड़ से करीब 40 किलो तक अच्छी लकड़ी निकाली जा सकती है.

चंदन की खेती में लागत

चंदन के 1 एकड़ में 500 पौधे लगते है. अगर चंदन के पेड़ की खेती में लागत की बात करें तो इस में कुल लागत 40 - 60 हज़ार तक आती है. वहीं, अगर चंदन के पेड़ की खेती में कमाई की बात करें तो इसके 1 पेड़ की कीमत न्यूनतम 50 हजार होती है.

सागवान की खेती (Saagwan Tree Farming)

पिछले कई सालों में देश के जंगलों में सागवान की कटाई इतनी तेजी से हुई है की अब जंगलों में इन पेड़ों की संख्या बहुत कम हो गई है. जबकि सागवान की लकड़ी की क्वालिटी इतनी बेहतर होती है कि इसकी डिमांड प्रतिदिन तेजी से बढ़ रही है. इसकी लकड़ी को ना तो दीमक लगती है और ना ही ये पानी में खराब होती है. इसलिए इसकी लकड़ी फर्नीचर बनाने में ज्यादा इस्तेमाल की जाती है. सागवान के पेड़ की आयु लगभग 200 साल से भी ज़्यादा होती है.

सागवान के पेड़ की खेती में लागत 

सागवान के 1 एकड़ में 400 पौधे लगते हैं. अगर सागवान के पेड़ की खेती में लागत की बात करें तो इस में कुल लागत तकरीबन 40 -45 हज़ार तक होती है. वहीं, अगर सागवान के पेड़ की खेती में कमाई की बात करें तो इसके 1 पेड़ की कीमत 40 हज़ार तक होती है. 400 पेड़ों से 1 करोड़ 20 लाख तक कमाई कर सकते है.

English Summary: Most Profitable Tree: Farmers should cultivate these 3 highest profitable trees, will earn crores
Published on: 27 January 2021, 05:29 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now