Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 2 September, 2019 12:00 AM IST

बागवानी फसलों का उत्पादन गत वर्ष में हुए 311.71 मिलियन टन उत्पादन की तुलना में 2018-19 में 313.85 मिलियन टन (mt) तक बढ़ रहा है. मीडिया में आई ख़बरों के अनुसार, आलू, प्याज, केला और खट्टे फलों जैसे -नींबू, आमला आदि फलों और सब्जियों का उत्पादन आने वाले समय में काफी बढ़ जाएगा.

सब्जियों का उत्पादन

अगले वर्ष तक आलू का उत्पादन 3.4 प्रतिशत बढ़कर 53 मिलियन टन और प्याज का उत्पादन लगभग 1 प्रतिशत बढ़कर 23.48 मिलियन टन होने का अनुमान है.  अगर बात करे टमाटर के उत्पादन की तो आने वाले समय में इसमें 1.8 प्रतिशत की मामूली गिरावट से उपज 19.39 मिलियन टन हो सकती है. दूसरी ओर  केले का उत्पादन लगभग 1 मिलियन टन से बढ़कर 31.75 मिलियन टन होने की पूरी संभावना जताई जा रही है. जबकि आम के उत्पादन में थोड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है,  जो घटकर 20.8 मिलियन टन रह जाएगा.

फलों का उत्पादन

खट्टे फलों के उत्पादन में  13.2 मिलियन टन की उपज में 5 प्रतिशत तक का उछाल देखा गया है जबकि गत वर्ष 2017-18 में 2.33 मिलियन टन के मुकाबले सेब का उत्पादन 2.5 मिलियन टन होने की उम्मीद जताई जा रही है.

नारियल और काजू उत्पादन

नारियल फसल उत्पादन पर गत वर्ष काफी प्रभाव पड़ा है.  जोकि 2017-18 में 18.08 मिलियन टन के मुकाबले इस  वर्ष लगभग 16.37 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया जा रहा है. नारियल का उत्पादन में बहुत ज्यादा गिरावट देखने को मिल सकती है, जो पिछले साल के 16.41 मिलियन टन से लगभग 10 प्रतिशत कम है. इस साल काजू के उत्पादन में भी लगभग 10 फीसदी की कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है.

English Summary: Horticultural crops: There will be a huge increase and fall in the production of these crops this year.
Published on: 02 September 2019, 04:57 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now