Basmati Rice Seeds: एनएससी की बड़ी पहल, किसान अब घर बैठे ऑनलाइन आर्डर कर किफायती कीमत पर खरीद सकते हैं बासमती धान का बीज बिना रसायनों के आम को पकाने का घरेलू उपाय, यहां जानें पूरा तरीका 150 रुपये लीटर बिकता है इस गाय का दूध, जानें इसकी पहचान और विशेषताएं भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 4 May, 2024 12:00 AM IST
चीकू की खेती से किसानो की होगी मोटी कमाई

Sapota Cultivation Tips: भारतीय किसान अब पारंपरिक खेती से हट कर गैर पारंपरिक खेती की ओर अपना रुख कर रहे हैं और सफलता भी प्राप्त कर रहे हैं. अधिकतर किसान फलों की खेती कर रहे हैं, जिससे कम समय में ज्यादा कमाई कर रहे हैं. इनमें से एक चीकू की खेती भी है. किसान चीकू की फसल से काफी अच्छा मुनाफा कमा कर रहे हैं. किसान एक बार चीकू का पौधा लगाने के बाद कई सालों तक इससे उपज प्राप्त कर सकते हैं. आज हम आपको कृषि जागरण के इस आर्टिकल में चीकू की खेती कैसे करें और इसके लिए उपयुक्त तापमान और जलवायू की जानकारी देने जा रहे हैं.

उपयुक्त तापमान और जलवायू

चीकू की खेती हर प्रकार की उपजाऊ मिट्टी में की जा सकती है, लेकिन इसके लिए सबसे उपयुक्त 5.8 से 8 पीएच वाली मिट्टी को माना जाता है. वहीं चीकू की फसल के लिए शुष्क जलवायु को अच्छा माना जाता है. इसकी फसल के लिए गर्मी का मौसम सबसे सही होता है. ठंडे इलाकों में चीकू की फसल लगाई नहीं जा सकती है. चीकू की खेती के लिए न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से लेकर 40 सेल्सियस तक उपयुक्त माना जाता है. महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, तामिलनाडु, मध्यप्रदेश, आंध्रा प्रदेश, कर्नाटक, केरल और गुजरात में चीकू की सबसे ज्यादा खेती की जाती है.

ये भी पढ़ें: आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम

चीकू की खेती कैसे करें?

चीकू की खेती करने के लिए किसानों को पहले खेत से पुरानी फसलों के अवशेष को हटाना होता है. इसके बाद अच्छी तरह से खेतों की 2 से 3 बार जुताई करनी होती है. इसके बाद मिट्टी को भुरभुरा बनाने के लिए रोटावेटर से जुताई की जाती है. अब आपको खेतों को समतल कर लेना है और खेत को पानी से भर लेना है. आपको चीकू के पौधें लगाने के लिए खेत में गड्ढे बनाने होते हैं. एक गड्डा जमीन में लगभग 2 फुट तक गहरा और 1 मीटर तक चौड़ा तैयार किया जाता है. इसकी एक लाइन से दूसरी लाइन की दूरी लगभग 5 मीटर होती है. इन गड्ढों को मिट्टी के साथ खाद मिलाकर भर दिया जाता है.

सिंचाई और तुड़ाई

चीकू की पौधे को ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है. गर्मियों के मौसम में इसके पौधों को 1 सप्ताह में एक बार पानी देना होता है. वहीं सर्दी के मौसम में इसके पौधों को 2 सप्ताह में एक बार पानी देता है. जब चीकू के पौधों में फूल खिलने लग जाए, तो इसके बाद 6 से 7 महीनों में ही चीकू पकने लग जाते हैं. चीकू का रंग जब भूरे रंग का होने लग जाएं, तो आपको इन्हें तोड़ लेना चाहिए.

1 पेड़ से 130 किलो उत्पादन

चीकू की खेती करने वाले किसान एक पेड़ से ही पूरे एक साल में 130 किलोग्राम तक फल प्राप्त कर सकते हैं. एक एकड़ में चीकू के 300 से ज्यादा पेड़ लगाए जा सकते हैं. एक एकड़ खेत से 20 टन तक चीकू की उपज प्राप्त की जा सकती है. बाजारों में चीकू की कीमत लगभग 40 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम होती है. इसकी एक उपज से किसान 7 से 8 लाख रुपये तक मुनाफा आसानी से कमा सकते हैं.

English Summary: chikoo farming tips hindi farmers will earn big money from sapota cultivation
Published on: 04 May 2024, 03:22 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now