Goat Poultry Farming: पशुपालन किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण कृषि गतिविधि मानी जाती है, इससे दूध, खाद और अन्य कृषि उत्पादों प्राप्त होते हैं. वहीं ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बकरी पालन विशेष माना जाता है, क्योंकि यह कई लोगों के लिए कमाई का मुख्य साधन होता है. बकरी पालन एक लाभकारी बिजनेस है, जिसे कम लागत में आसानी से शुरू करके अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. यदि आप बकरी पालन के लिए उन्नत नस्लों को चयन करते हैं, तो इससे बेहतरीन कमाई कर सकते हैं.
आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें, बकरी पालन के लिए 5 उन्नत नस्लें!
1. सानेन बकरी
बकरी पालन से अच्छी कमाई के लिए आप सानेन नस्ल की बकरी का पालन कर सकते हैं. इस नस्ल की बकरी के मीट और दूध की मार्केट में हमेशा ही मांग अधिक रहती है. सानेन बकरी प्रतिदिन 3 से 4 लीटर तक दूध देती है. इसका दूध अधिक गुणवत्ता वाला होने के साथ-साथ काफी स्वादिष्ट भी होता है, जो अन्य बकरियों के मुकाबले सबसे खास बनाती है.
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2. सिरोही बकरी
सिरोही बकरी, जिसे राजस्थान के सिरोही जिले में पाया जाता है और जिले के नाम पर ही पशुपालकों के बीच पहचाना जाता है. इस नस्ल की बकरी का पालन दूध और मांस दोनों के लिए किया जाता है. इसका दूध और मांस उच्च गुणवत्तायुक्त होता हैं. इस नस्ल की बकरी को दुग्ध उत्पादन के लिए भी अच्छा माना जाता है. इस बकरी को खास इसकी किसी भी वातावरण में अपने आप को ढालने की क्षमता बनाती है. यह बकरी एक वर्ष में 2 बार बच्चों को जन्म दे सकती है. प्रतिदिन सिरोही बकरी 2 लीटर तक दूध देती है.
3. बीटल बकरी
बीटल नस्ल की बकरी भी पालन के लिए बेहतर मानी जाती है, इसकी दूध उत्पादन क्षमता अधिक होती है. डेयरी और मांस के लिए इस बकरी का पालन अच्छा विकल्प हो सकता है. बीटल नस्ल की बकरी के चमड़े से बने सामानों की मार्केट में खूब मांग रहती है. यह बकरी पंजाब के अमृतसर में अधिक पाई जाती है, इसलिए इसे अमृतसरी बकरी के नाम से भी पहचाना जाता है. प्रतिदिन इस बकरी से लगभग 2 से 3 लीटर दूध प्राप्त किया जाता सकता है. पहली ब्यात की यह बकरी बाजार में लगभग 20 से 25 हजार रुपये तक आसानी से बिक जाती है.
4. जमुनापारी बकरी
जमुनापारी बकरी, इसे कई राज्यों में ‘बागर’ के नाम से पहचाना जाता है. बकरी की यह नस्ल उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में पाई जाती है. यदि इसकी पहचान की बात करें, तो इस बकरी का रंग पूरा सफेद होता है और इसके पीठ और पूरे शरीर पर लंबे बाल होते है. इसके सींग छोटे होते हैं और कान बड़े और मुड़े हुए. बकरी की यह नस्ल अन्य बकरियों के मुकाबले ऊंची, लंबी और अधिक वजन वाली होती है. जमुनापारी बकरी प्रतिदिन लगभग 1.5 से 2 लीटर दूध तक देती है.
5. जखराना बकरी
जखराना बकरी अपने खास गुणों के लिए लोकप्रिय है. इसे पशुपालकों के बीच तीन गुणों के लिए पहचाना जाता है. इस नस्ल की बकरी का दूध उच्च गुणवत्ता वाला होता है और इसके मांस की भी अच्छी खासी मांग बाजार में रहती है. इस बकरी की प्रजनन क्षमता भी काफी अच्छी होती है. जखराना बकरी प्रतिदिन लगभग 1.5 से 2 लीटर दूध तक देती है.