Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 26 March, 2022 12:00 AM IST
आर० ब्लोटासुल– एक्स पी

गर्मियों के मौसम में इंसानों के साथ-साथ पशुओं में भी कई प्रकार के रोग का खतरा होता है. अक्सर बदलते मौसम या फिर गर्मियों में इंसान के साथ पशुओं में भी अपच कि समस्या होती है. यह देखा गया है कि गर्मियों के मौसम में अधिकतर पशुओं का पाचन तंत्र खराब रहता है, जिस वजह से पशुपालकों को भी काफी समस्याएँ उठानी पड़ती है.

ऐसे में उन्हें मानसिक परेशानी के साथ-साथ आर्थिक परेशानियों का भी बोझ उठाना पड़ता है. पशुओं में पाचन क्रिया के बिगड़ने का मुख्य कारण अपच है. अपच की समस्या सीधे डेयरी फार्म की आर्थिक स्थिति को प्रभावित करती है. अतः दुधारू गायों की सामान्य शारीरिक क्रिया एवं उत्पादन क्षमता में तालमेल बनाये रखने के लिए उनके भोजन एवं प्रबंधन में पर्याप्त ध्यान देने की आवश्यकता होती है. ऐसे में किसान अक्सर इसके रोक थम और उपचार को लेकर काफी चिंतित रहते हैं. तो अगर आप भी इस समस्या से ग्रसित है और आपके पशुओं को भी यह रोग की समस्या है तो हमारे पास आपके लिए बेहतरीन उपाय है. आपको बता दें गोयल वेट फार्मा प्राइवेट लिमिटेड पशुओं के इस समस्या को कैसे जड़ से खत्म किया जाए इसको लेकर लगातार इस क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करती आ रही है. बढ़ते समय के साथ किसान भाई और ख़ास कर पशुपालकों का भी भरोषा गोयल वेट फार्मा प्राइवेट लिमिटेड पर बढ़ता जा रहा है.

अपच, अफारा एवं यकृत के रोगों की होम्योपैथिक पशु औषधि

आपको बता दें आर० ब्लोटासुल– एक्स पी पशुओं में  अपच, अफारा एवं यकृत के रोगों के निदान के लिए एक बेहतरीन, लाभप्रद, व कारगर होम्योपैथिक पशु औषधि है. जिसका इस्तेमाल पशुपालक लम्बे समय से करते आ रहे है. उनका कहना है यह पशुओं के अपच और इससे जुडी समस्या में काफी कारगर है.

यदि पशु का पाचन तंत्र जो किसी भी रोग के कारण खराब हो गया हो, आर० ब्लोटासुल– एक्स पी देने से जल्दी ठीक होने लगता है. यकृत के रोगों को जड़ से समाप्त कर यकृत की कार्य क्षमता को बढ़ाता है.

ये विशेष होम्योपैथीक पशु औषधि उत्पाद जानी मानी होम्योपैथिक वेटरनरी कंपनी गोयल वैट फार्मा प्रा० लि० द्वारा पशु पलकों के लिए बनाया गया है.  यह कंपनी आई० एस० ओ० सर्टिफाइड हैं, तथा इसके उत्पाद डब्लु० एच० ओ० -जि० ऍम० पी० सर्टिफाइड फैक्ट्री मैं बनाये जाते हैं.  सभी फॉर्मूले पशु चिकित्सकों द्वारा जांचे व परखे गए हैं तथा पिछले 40 वर्ष से अधिक समय से पशु पालकों द्वारा उपयोग किया जा रहा है.

अगर आप भी इस समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो आप भी अपने पशुओं के लिए इस औषधि का इस्तेमाल कर सकते हैं. अब बात आती है इस दवाई का इस्तेमाल कैसे किया जाए. तो इस लेख में हम आपको बताएँगे की इसका सही उपयोग कैसे किया जाए.

पशु को दवा देने का तरीका

जल्दी व प्रभावी नतीजों के लिए कोशिश करें की होम्योपैथिक दवा पशु की जीभ से लग के ही जाये.  होम्योपैथिक पशु औषधियों को अधिक मात्रा में ना देवें, बार बार व कम समयांतराल पर दवा देने से अधिक प्रभावी नतीजें प्राप्त होते हैं. पिने के पानी में अथवा दवा के चूरे को साफ हाथों से पशु की जीभ पर भी रगड़ा जा सकता है.

तरीका 1

गुड़ अथवा तसले में पीने के पानी में दवा या टेबलेट या बोल्स को मिला कर पशु को स्वयं पिने दें.

तरीका 2

रोटी या ब्रेड पर दवा या टेबलेट या बोल्स को पीस कर डाल दें तथा पशु को हाथ से खिला दें.

तरीका 3

थोड़े से पीने के पानी में दवा को घोल लें तथे एक 5 मि0ली0 की सीरिंज (बिना सुईं की) से दवा को भर कर पशु के मुँह में अथवा नथुनों पर स्प्रै कर दें.  ध्यान दें की पशु दवा को जीभ से चाट ले.

उपयोगिता :

  • आर० ब्लोटासुल - एक्स पी पशु के पेट या पाचन सम्बन्धी सभी बिमारियों को ठीक करता है तथा यह एक बेहतरीन लिवर टॉनिक है.

  • आर० ब्लोटासुल - एक्स पी अपच व् भूख न लगने की स्तिथि में जादू की तरह कार्य करता है. भूख बढ़ने से पशु चारा खाने लगता है.

  • आर० ब्लोटासुल - एक्स पी अफारा यानि पेट फूलना या पेट में गैस की समस्या को जल्दी दूर कर पशु के पेट को स्वस्थ्य करता है.

  • आर० ब्लोटासुल - एक्स पी देने से पशु 2 से 4 घंटे में चारा खाने लगता है जबकि अन्य अंग्रजी दवाओं से 24 घंटे बाद भी पशु चारा नहीं खा पता है.

  • आर० ब्लोटासुल - एक्स पी पशु के बार बार पेट खराब होने की स्तिथि में भी कारगर होम्योपैथिक पशु औषधि है.

खुराक :

5-10 मिली दिन में तीन बार गुड़ के साथ अथवा पीने के पानी में या रोटी पर डाल कर खिलाएं |

प्रस्तुति :

यह दवाई आपको आसानी से गोयल वेट फार्मा प्राइवेट लिमिटेड के वेबसाइट से आप आसानी से प्राप्त कर सकते हैं. यह 100 मि0ली0 की बोतल में उपलब्ध.

वेबसाइट

यह दवाई और इससे जुड़ी अन्य जानकारी इस वेबसाइट पर उपलब्ध है https://goelvetpharma.com/

English Summary: This homeopathic medicine help in digestion and indigestion in animals
Published on: 26 March 2022, 01:29 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now