अगर आप कम खर्च में पशुपालन से अधिक मुनाफा कमाने के बारे में विचार कर रहे हैं, तो आज हम आपके लिए ऐसी नस्ल की जानकारी लेकर आए हैं, जो आपको कुछ ही समय में लखपति बना सकती है. जी हां यह सच है. दरअसल, जिस नस्ल की हम बात करने जा रहे हैं. वह सिरोही नस्ल की बकरी है. यह नस्ल न केवल जल्दी तैयार होती है, बल्कि बीमारियों से भी कम प्रभावित होती है.
ऐसे में सिरोही नस्ल की बकरी/ Sirohi Breed of Goat को ‘एटीएम मशीन’ कहना गलत नहीं होगा. इसकी खासियत है कि इसके बकरी और बकरा दोनों बाजार में अच्छे दामों पर बिकते हैं.
क्या है सिरोही नस्ल की खासियत?
- यह नस्ल मुख्य रूप से राजस्थान में पाई जाती है, लेकिन अब यूपी समेत कई राज्यों में पाली जा रही है.
- भूरे रंग की ये बकरी मुड़े हुए सींग, छोटे-मोटे बाल और लटके हुए चपटे कानों वाली होती है.
- इनके शरीर पर हल्के-गहरे भूरे रंग के धब्बे होते हैं.
- एक दिन में 2 से 3 लीटर तक दूध दे सकती है.
- यह नस्ल 6 से 8 महीने में प्रजनन के लिए तैयार हो जाती है.
- एक बार में 1 से 2 बच्चे देती है.
बाजार में है जबरदस्त मांग
सिरोही नस्ल के बकरे का मांस उच्च गुणवत्ता वाला होता है, जिसकी बाजार में जबरदस्त मांग है. इसके दूध और मांस दोनों की अच्छी कीमत मिलती है, जिससे किसानों को सीधी आमदनी होती है.
क्यों करें सिरोही नस्ल का चयन?
- कम खर्च में तैयार होती है
- बीमारियों से कम ग्रसित होती है
- तेजी से प्रजनन करती है
- दूध व मांस दोनों का फायदा