भारत में भैंसों की सबसे अधिक आबादी है और भैंस पालन भारत की अर्थव्यवस्था में एक अहम भूमिका निभाती हैं क्योंकि भारत में डेयरी व्यवसाय (dairy farming) को चार चांद ये भैंसें ही लगाती हैं. भारत में कुल दूध उत्पादन का 49 प्रतिशत दूध सिर्फ भैंसों से ही मिलता है. मगर बहुत कम लोगों को ये पता होगा कि भैंस की कौन-सी नस्ल सबसे सबसे अधिक दूध देती है और आप इन भैंस के नस्लों को पालकर लाखों की कमाई कर सकते हैं.
तो चलिए जानते है आपके फार्म के लिए पांच सबसे ज्यादा दूध देने वाली भैंसों की नस्ल के बारें में पूरी जानकारी...
मुर्रा भैंस (Murrah Buffalo)
इस लिस्ट में सबसे पहला नंबर मुर्रा नस्ल की भैंस का आता है. ये दुनिया की सबसे दुधारु नस्ल मानी जाती है. सालभर में ये भैंस एक से तीन हजार लीटर तक दूध देती है. मुर्रा भैंस के दूध में लगभग 9 प्रतिशत वसा पाई जाती है. अच्छे दूध उत्पादन के लिए मुर्रा की खुराक का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी है.
मेहसाना भैंस (Mehsana Buffalo)
इस नस्ल की भैंस सबसे ज्यादा गुजरात और महाराष्ट्र में पाई जाती है. इस भैंस की प्रतिवर्ष औसात दूध उत्पादन क्षमता 1200 से 1500 लीटर तक है, ये नस्ल भी अधिक दूध देने के लिए मशहूर है. इस भैंस को शांत स्वभाव के लिए भी जाना जाता है.
पंढरपुरी भैंस (Pandharpuri Buffalo)
इस नस्ल की भैंस भी ज्यादातर महाराष्ट्र में पाई जाती है. इसके दूध में 8 प्रतिशत तक वसा पाई जाती है. इसमें दूध देने की क्षमता लगभग 1700 से 1800 प्रति ब्यात होती है.
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आमतौर पर इस नस्ल की भैंस गुजरात में पाई जाती है. सुरती नस्ल की भैंस हर साल लगभग 1400 से 1600 लीटर तक दूध देती है. इस नस्ल की भैंस के दूध में 8 से 12 प्रतिशत तक फैट की मात्रा पाई जाती है.
जाफराबादी भैस(Jafarabadi buffalo)
डेयरी व्यवसाय वाले लोगों की पहली पसंद हमेशा जाफराबादी भैंस ही रहती है. इस नस्ल की भैंस हर साल 2000 से 2200 लीटर तक दूध देती है. इस नस्ल की भैंस के दूध में औसत वसा 8 से 9% के लगभग होती है.