दुनिया में सबसे अधिक भैंसों की आबादी भारत देश में पाई जाती है. क्योंकि भारत में आधे से ज्यादा लोग पशुपालन करके अपनी जीवन यापन करते हैं.
आपको बता दें कि भारत में भैंसों की लगभग 26 नस्लें पाई जाती है. लेकिन फिर भी इन 26 नस्लों में से केवल 12 नस्लों को पशुपालक भाई अपने लाभ के लिए पालते हैं. सबसे अधिक भैंस भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में पाली जाती है.
अगर आप भी पशुपालन करके एक अच्छा लाभ कमाना चाहते हैं, तो इन 5 बेहतरीन नस्लों की भैंसों को पालकर कुछ ही समय में मालामाल हो सकते हैं.
तो आइए इस लेख में आज भैंस की 5 बेहतरीन नस्लों के बारे में विस्तार से जानते हैं...
मुर्रा भैंस (Murrah Buffalo)
भैंसों में मुर्रा नस्ल की भैंस (Murrah breed buffalo) को सबसे उत्तम भैंस माना जाता है. क्योंकि इस भैंस में सबसे अधिक दूध देने की क्षमता होती है. अगर देखा जाए इसका औसत उत्पादन क्षमता 1750 से 1850 प्रति लीटर ब्यात से दूध देती है. ये ही नहीं मुर्रा भैंस के दूध में लगभग 9 प्रतिशत वसा पाया जाता है.
बता दें कि मुर्रा नस्ल की भैंस दिखने में लंबी चौड़ी और शानदार दिखाई देती है. इसे भारत के हरियाणा और पंजाब राज्य में अधिक पाला जाता है.
पंढरपुरी भैंस (Pandharpuri Buffalo)
इस नस्ल की भैंस को ज्यादातर महाराष्ट्र के सोलापुर, कोल्हापुर, रत्नागिरी जिलों में पाला जाता है. इसमें दूध देने की क्षमता लगभग 1700 से 1800 प्रति ब्यात है. इसके दूध में भी 8 प्रतिशत तक वसा पाया जाता है. अगर हम बात करें इस भैंस के देखने की तो यह दिखने में बेहद सुंदर है. इसके सिंग 45 से 50 सेमी तक लंबे होते हैं. इस भैंस का कुल वजन लगभग 450 से 470 किलो होता है और यह भैंस काले रंग की होती है.
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सुर्ती भैँस (surti buffalo)
इस नस्ल की भैंस को गुजरात के पशुपालक भाई पालते हैं. इसके दूध देने की क्षमता करीब 900 से 1300 लीटर प्रति ब्यात होती है और इसमें 8 से 12 प्रतिशत वसा पाया जाता है.
चिल्का भैंस (Chilka Buffalo)
चिल्का नस्ल की भैंस भारत के उड़ीसा राज्य में पाई जाती है. इसमें दूध देने की क्षमता लगभग 500 से 600 किलोग्राम होती है. जिसे आप बाजार में बेचकर एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इस भैंस का रंग भूरा और काला होता है.
मेहसाना भैंस (Mehsana Buffalo)
इस नस्ल की भैंस को गुजरात और महाराष्ट्र में अधिक देखा जाता है. इसमें दूध देने की औसत क्षमता 1200 से 1500 लीटर प्रति ब्यात है. यह नस्ल मुर्रा की तरह दिखती है. लेकिन इसका वजन मुर्रा भैंस की तरह नहीं होता है, यह वजन में कम होती है. देखा जाए तो यह 560 से 480 किलोग्राम तक होती है. इसका रंग काला होता है.