भारत की अर्थव्यवस्था में किसानों का एक अहम योगदान है. ऐसे में किसानों को खेती के लिए आर्थिक सहायता की जरूरत पड़ती है. किसानों को बीज, कीटनाशक, खाद, सिंचाई व कृषि उपकरणों आदि के लिए पैसों की आवश्यकता होती है, जिसके लिए वह ठेकेदारों व साहूकारों से बड़ी ब्याज दर पर लोन लेते हैं, जिससे किसानों के लिए लोन की रकम बहुत बड़ी बन जाती है.
इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने किसानों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड योजना की व्यवस्था की है, जिसके जरिए किसानों को कम ब्याज दरों पर लोन दिया जा रहा है और इस योजना पर आवेदन करने के लिए किसानों को महज 3 दस्तावेजों की आवश्यकता होगी.
किसे मिल सकता है किसान क्रेडिट कार्ड का फायदा
आपको बता दें कि किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ अब केवल खेती – किसानी तक ही सीमित नहीं है बल्कि मत्स्य पालक, पशुपालक इस योजना के तहत 3 लाख रुपए तक की लोन राशि प्राप्त कर सकता है. आवेदक की उम्र 18 साल से 75 साल के बीच होनी चाहिए. तो वहीं किराए की भूमि पर खेती करने वाले किसान भी इस योजना का लाभ पा सकते हैं.
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए जरूरी दस्तावेज
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया अब बेहद ही सरल हो गई है. अब किसान क्रेडिट कार्ड को पीएम किसान योजना के साथ जोड़ दिया गया है और केसीसी आवेदन फार्म को उसी वेबसाइट पर उपलब्ध करवाया गया है. अब केसीसी में आवेदन करने के लिए केवल आधार कार्ड, पैन कार्ड व फोटो की आवश्यकता है. जिसके बाद किसान केसीसी योजना के तहत लाभ पा सकेंगे.
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4 फीसदी ब्याज पर मिल सकता है लोन
किसान क्रेडिट कार्ड के अनेक फायदे हैं. इस योजना के तहत 3 लाख रुपए तक का कर्ज सिर्फ 7 फीसदी ब्याज दर के साथ मिलता है. साथ ही जो किसान समय पर लोन राशि को लौटा देते हैं, उन्हें 3 फीसदी की छूट भी दी जाती है. यानि देखा जाए, तो किसानों को केवल 4 फीसदी पर भी लोन मिल सकता है. किसानों को 5 साल तक के लिए यह लोन राशि दी जाती है. तो वहीं किसान 1.60 लाख तक का लोन बिना किसी सिक्योरिटी व गारंटी के ले सकते हैं.