उत्तर प्रदेश में हो रही बारिश के चलते किसानों के भारी नुकसान को देखते हुए मुख्य्मंत्री योगी आदित्य नाथ ने किसानों को तत्काल मुआवजा देने की घोषणा की है. किसानों को यह मुआवजा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत दिया जायेगा. इस बार लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि के कारण पूरी फसल बर्बाद हो गयी. जिसको देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को फसल के हुए नुकसान के बदले उन्हें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मुआवजा देने की घोषणा की है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना वर्ष 2017-18 से 2022-23 तक किसानों को उनकी ख़राब हुई फसल के बदले राहत धनराशि उपलब्ध कराती आ रही है. इस योजना के तहत अभी तक कुल 48.21 किसानों को लाभ पहुंचा है. अगर हम किसानों की फसल की इस धनराशि को देखें तो सरकार किसानों को कुल ₹3957.38 करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में दे चुकी है.
सरकारी प्रवक्ता से बातचीत के दौरान मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने भारी नुकसान को देखते हुए यह फैसला तुरंत लागू करने का आदेश जारी कर दिया है. मुख्यमंत्री ने इस योजना को और ज्यादा प्रभावी और किसानों के लिए हितकारी मानते हुए इस पर विशेष जोर दिया है. तात्कालिक रूप में यह योजना सूबे में रबी और खरीफ की फसल के लिए लागू है. किसानों को फसल आपदा से बचाने के लिए यह योजना विशेष कारगर है. जिसके तहत किसानों को तुरंत राहत देने का प्रावधान है.
इस योजना के तहत प्राकृतिक आपदा, फसलों की कोई बीमारी या कीड़े के कारण खराब हुई फसल पर किसान को वित्तीय सहायता का प्रावधान किया गया है.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत भारत सरकार ने कृषि और कल्याण मंत्रालय के तहत 2016 में शुरू की थी. यह योजना देश के सभी राज्यों के लिए स्वैच्छिक रूप से लागू कर दी गई है. इस योजना के तहत अभी तक देश के कुल 27 राज्य शामिल हो चुके हैं. यह योजना केंद्र और राज्य सरकार दोनों के सहयोग से संचालित की जा रही है.
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वर्तमान में इस योजना के तहत ही उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक आपदा के शिकार हुए किसानों को राहत पहुंचने की घोषणा की है. यह पैसा किसानों के हुए नुकसान के आधार पर उनके अकाउंट में स्थानांतरित किया जायेगा.