Success Story: चायवाला से उद्यमी बने अजय स्वामी, मासिक आमदनी 1.5 लाख रुपये तक, पढ़ें सफलता की कहानी ट्रैक्टर खरीदने से पहले किसान इन बातों का रखें ध्यान, नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान! ICAR ने विकसित की पूसा गोल्डन चेरी टमाटर-2 की किस्म, 100 क्विंटल तक मिलेगी पैदावार IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 1 December, 2020 12:00 AM IST

बिहार सरकार ने बागवानी को बढ़ावा देने के लिए एक अहम पहल की है. राज्य सरकार ने मोतिहारी जिले में बागवानी करने वाले किसानों को सब्सिडी देने का ऐलान किया है. राज्य में बागवानी करने वाले किसानों को मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के तहत सब्सिडी का लाभ मिलेगा.  इसके तहत विभिन्न योजनाओं का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है. खास बात यह है कि सामान्य जाति और अनुसूचित जाति के किसानों को अलग-अलग सब्सिडी देने का प्रावधान  है. आइए आपको बताते हैं कि आप किस तरह इस सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं.

इन पर मिलेगी सब्सिडी

किसानों को मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के तहत मशरूम,  सुगंधित पौधों की खेती, फूलों की खेती, मधुमक्खी बाक्स, मधुमक्खी कॉलोनी, प्लास्टिक कैरेट और प्लास्टिक ट्यूनेल्स आदि पर सब्सिडी देने की व्यवस्था की गई है. जो सामान्य जाति के किसानों हैं उन्हें 70 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी. इसके साथ ही अनुसूचित जाति-जनजाति के किसानों को अधिकतम 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी मिलेगी.

कितनी मिलेगी सब्सिडी?

फूल की खेती पर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी. अगर फूल की खेती में प्रति हेक्टेयर 40 हजार रुपए की लागत आती है, तो किसानों को 20 हजार रुपए तक की सब्सिडी मिल जाएगी. किसान 1 हेक्टेयर में करीब 36 हजार फूल के पौधे लगा सकते हैं.  

मधुमक्खी पालन को लेकर बॉक्स पर 75 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी. किसानों को हर बॉक्स पर खर्च होने वाले 4 हजार रुपए में से 3 हजार रुपए तक की सब्सिडी मिल जाएगी.

अगर सुगंधित पौधों की खेती में 40 हजार रुपए की लागत आती है, तो राज्य सरकार 20 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से सब्सिडी देगी.

इसके अलावा किसानों को प्लास्टिक कैरेट पर भी सब्सिडी देने का प्रावधान किया गया है. किसान वर्जन मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत चयनित फसलों की खेती पर सब्सिडी ले सकते हैं. 

सब्सिडी लेने की क्या है प्रक्रिया?

इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को प्रखंड उद्यान कार्यालय या जिला उद्यान कार्यालय में संपर्क करना होगा. ध्यान रहे कि किसानों को चयनित योजनाओं का लाभ उठाने के लिए डीबीटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने की जरूरत है.  इसके लिए किसान प्रखंड उद्यान कार्यालय या जिला उद्यान विभाग में आवेदन कर सकते है। किसानों को योजनाओं का लाभ पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर दिया जा रहा है.

English Summary: Subsidy will be given for horticulture under Chief Minister Horticulture Mission
Published on: 01 December 2020, 11:20 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now