हरियाणा सरकार (Government of Haryana) द्वारा भावांतर भरपाई योजना (Bhavantar Bharpai Yojana) चलाई जा रही है, जो कि बागवानी और सब्जी उत्पादकों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस कड़ी में एक खबर यह है कि जिन किसानों ने इस योजना के तहत अपनी फसलों का पंजीकरण (Registration) नहीं करवाया है. वह किसान जल्द ही अपनी फसलों का पंजीकरण करवा सकते हैं. बता दें कि इस योजना का लाभ केवल पंजीकृत किसान को ही दिया जाएगा.
क्या है भावांतर भरपाई योजना
इस योजना के तहत सरकार बागवानी किसानों के लिए सब्जियों और फलों के लिए उचित मूल्य तय करती है. सरकार का लक्ष्य होता है कि राज्य के बागवानी किसानों को इस योजना की मदद से फसलों का सुनिश्चित मूल्य दिलाया जा सके. राज्य के कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल (Agriculture Minister Jayaprakash Dalal) का भी मानना है कि सरकार की भावांतर भरपाई योजना बागवानी और सब्जी उत्पादकों के लिए वरदान है.
ये खबर भी पढ़ें: राशन लेने के लिए नहीं पड़ेगा भटकना, अब किसी भी दुकान से खरीदें सस्ता अनाज
इस तारीख तक कराएं पंजीकरण
बागवानी किसान भावांतर भरपाई योजना के तहत आने वाली 15 से 31 जुलाई तक अपनी फसलों का पंजीकरण करवा सकते हैं. इससे उन्हें सब्जियों और फलों के लिए उचित दाम मिल पाएंगे. बता दें कि इस योजना द्वारा किसानों को फसल विविधीकरण की तरफ प्रोत्साहित किया जा रहा है.
योजना से लाभ
इस योजना के तहत खरीफ सीजन की घीया, करेला, भिंडी, फूल गोभी, बैंगन, प्याज समेत फल और सब्जियों की फसलों का पंजीकरण करवा सकते हैं. सरकार द्वारा फसलों के मूल्य निर्धारित इसके अलावा मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत भी बागवानी फसलों में विविधीकरण करने पर 7000 रुपए प्रति एकड़ दिए जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त यह फसलें भावांतर भरपाई योजना में शामिल कर ली गई है. इसके अनुसार ही सरकार ने फसलों के मूल्य निर्धारित किए हैं. आपको बता दें कि अगर किसानों की फसल निर्धारित मूल्य से कम मूल्य पर बिकती है, तो इस स्थिति में अंतर की भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी.
ये खबर भी पढ़ें: बिना पूंजी में आसानी से शुरू होंगे ये 2 साइड बिजनेस, कमाएं हर महीने हजारों रुपए
निर्धारित मूल्य
-
प्याज का 650 रुपए
-
भिंडी का 1050 रुपए
-
घीया का 450 रुपए
-
करेला का 1350 रुपए
-
बैंगन का 500 रुपए
-
फूल गोभी का 750 रुपए फसल संरक्षित मूल्य निर्धारित किया गया है.
ऐसे करें पंजीकरण
किसान मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जाकर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं. इसके अलावा मार्केटिंग बोर्ड व बागवानी विभाग के कार्यालय में आकर भी अपना पंजीकरण करवा सकते हैं.