अगर आप आधुनिक तरीके से पशुपालन करें तो यह आय का बहुत अच्छा स्रोत साबित हो सकता है. इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार की ओर से अलग-अलग योजनाओं के तहत समय- समय पर सब्सिडी भी दी जाती है. इसी क्रम में बिहार सरकार की ओर से गोपालगंज जिले के युवाओं को रोजगार देने की दिशा में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए ‘समग्र गव्य विकास योजना’ के तहत 50 से 75% तक सब्सिडी दी जा रही है. इसके लिए 25 अक्टूबर तक आवेदन जमा किया जाएगा. इस योजना के तहत 2, 4, 6 और 10 दुधारू मवेशी के लिए अलग-अलग श्रेणियों में सब्सिडी की व्यवस्था है.
गौरतलब है कि गाय पालन करने वाले सामान्य जाति के लोगों को 50% सब्सिडी जबकि अनुसूचित जाति के लोगों को 75% सब्सिडी का लाभ दिया जायेगा. इसके लिए जिला गव्य विकास के कार्यालय में आवेदन जमा किया जा रहा है. हालांकि, फिल्ड ऑफिसर ओमप्रकाश प्रसाद ने बताया कि ‘पहले आओ पहले पाओ’ के तर्ज पर आवेदनों पर विचार किया जाएगा.
सामान्य जाति के पशुपालकों को मिलेगा 50% अनुदान (Cattlemen will get 50% subsidy on cow rearing)
समग्र गव्य विकास योजना के तहत गाय पालन पर सामान्य किसानों को 50% तथा आरक्षित वर्ग के किसानों को 75% तक सब्सिडी मिलेगा. दो दुधारू मवेशी की योजना की लागत 1 लाख 60 हजार, 4 दुधारू मवेशी के लिए 3 लाख 38 हजार 400, 6 दुधारू मवेशी के लिए 5 लाख 32 हजार 600 और 10 दुधारू मवेशी के लिए 8 लाख 96 हजार रुपये निर्धारित है. इसी राशि पर संबंधित जाति के श्रेणी के आधार पर 50 और 75 प्रतिशत तक सब्सिडी देने की योजना है.
गोपालगंज जिले में कितने पशुपालकों को मिलेगा 75% अनुदान (75% subsidy on cow rearing)
समग्र गव्य विकास योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2020-21 में गोपालगंज जिले के लिए अलग-अलग श्रेणियों में 102 लोगों को लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है. जिसमें दो मवेशी के लिए सामान्य शजाति के लिए 50, एससी के लिए 15, एसटी के लिए 2 तथा अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए 7 लक्ष्य निर्धारित है. इसी प्रकार चार दुधारू मवेशी के लिए सामान्य श्रेणी में 30 और अनुसूचित जाति के लिए 5, 6 दुधारू मवेशी के लिए सामान्य श्रेणी के लिए 15, एससी के लिए 4, अत्यंत पिछड़ा के लिए 3 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.