हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत कृषि विभाग किसानों को जल्द ही न्यु लुक में सोलर फेंसिंग का तोहफा मिलने जा रहा है. इस सोलर फेंसिंग की खास बात यह है कि बंदर, लावारिस पशु तो दूर, चूहे, गिलहरी भी खेतों में घुसकर फसल को बर्बाद नहीं कर पाएंगे. इस योजना के तहत किसानों को कुल 80 प्रतिशत तक सब्सिडी पर जाली और फेंसिंग भी मिलेगी. इस योजना के फार्म हर ब्लॉक स्तर पर भेजे जा रहे है और जल्द ही आवेदन भी मांगे जाएंगे. किसानों को इसके लिए विभाग के पास आवेदन के साथ ही दस्तावेज भी जमा करवाने होंगे.
किसानों से मांगे जाएंगे आवेदन
यहां पर योजना के मुताबिक करीब 5 से 6 फीट तक लंबे पोल खेतों के चारों ओर दो फीट गहराई तक गाड़े जाएंगे. साथ ही इन पोल के बीच की दूरी भी करीब चार फीट तक रहेगी. यहां जमीन के नीचे एक फीट और जमीन से ऊपर तीन फीट तक जाली को लगाया गया है. इससे ऊपर सोलर फेंसिंग भी लगाई जाएगी. साथ ही तारों के बीच की दूरी आधे से एक फीट तक रह सकती है. कृषि विभाग की माने तो इस योजना के लिए अभी विभाग के पास कोई बजट नहीं आया है. लेकिन योजना की रूपरेखा तैयार हो चुकी है.सोलर फेंसिंग के लिए जैसे ही बजट मंजूर होगा, किसानों ने इस सुविधा के लिए आवेदन मांग लिए जाएंगे.
यह दस्तावेज देने होंगे
इस सोलर सब्सिडी की सुविधा को लेने के लिए किसानों को जमीन की नकल, किसान प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, जमीन का नक्शा और एक फार्म को भरना होगा जिसमें किसान की पासपोर्ट साइज की फोटो भी लगी होगी. किसान समूह में योजना का लाभ लेना चाहते है तो समूह के किसानों की जमीन के साथ-साथ होनी चाहिए. किसानों के समूह को अधिक छूट भी मिलेगी.