अगले 2 दिन इन राज्यों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना, पढ़ें आईएमडी की लेटेस्ट रिपोर्ट! खेती को बनाए आसान, वीएसटी 165 DI ES इलेक्ट्रिक स्टार्ट पावर टिलर इस्तेमाल कर कम लागत में करें ज्यादा काम! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 20 June, 2023 12:00 AM IST
इंदिरा रसोई की थाली (Indira Rasoi Thali)

भारतीय व्यंजन को देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बहुत ही ज्यादा पसंद किया जा रहा है. ऐसे में कुछ साल पहले राजस्थान सरकार ने प्रदेश में भायी इंदिरा रसोई की थाली (Indira Rasoi Thali) को शुरु किया था जिसे अभी भी लोगों का भरपूर प्यार भी मिला है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह थाली राज्य के सभी नगर निकायों में चलाई जाती है.

लोगों को खूब भा रही यह थाली

राजस्थान की इंदिरा रसोई (Indira Rasoi) गरीब एवं जरूरतमंदो का पेट भरने के साथ-साथ अब देशी-विदेशी सैलानियों को भी रास आ रही है और वे इस थाली में परोसे जाने वाले भोजन के स्वाद, पौष्टिकता और गुणवत्ता की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. इस रसोई को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि ‘कोई भूखा ना सोए’  इस संकल्प के साथ इंदिरा रसोई योजना को शुरू किया गया.

रुपये में भरपेट भोजन

इंदिरा रसोई योजना (Indira Rasoi Yojana) के तहत केवल 8 रुपये में भरपेट पौष्टिक भोजन हर एक नागरिक को मिलता है. मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य में अब तक 13 करोड़ 4 लाख से ज्यादा थालियां परोसी जा चुकी हैं.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत साल 2020  अगस्त महीने में की गई, जिस समय इस योजना को तैयार किया गया उस दौरान प्रदेश के सभी नगरीय निकाय में 358 रसोइयों को इस योजना के लिए बनाया गया. प्रदेश में रसोइयों की बढ़ती लोकप्रियता के कारण इनकी संख्या को बढ़ाया गया और वहीं अब शहरी क्षेत्र में 992 रसोइयों का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है.

पोषण और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान

इंदिरा रसोई में भोजन की गुणवत्ता का खासतौर पर ध्यान रखा जाता है. ताकि सभी लोगों को उचित मात्रा में संतुलित आहार मिल सके. इस कार्य के लिए हर एक भोजन की थाली में 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 250 ग्राम चपाती और अचार को सम्मिलित किया गया है, जो ग्राहकों को परोसी जाती है.

ये भी पढ़ें: ATMA Yojana में प्रगतिशील किसान व पशुपालक हुए सम्मानित, जानें क्या है योजना और लाभ

रसोई की गुणवत्ता का पता चलने के लिए मुख्यमंत्री समय-समय पर इनका दौरा करते हैं. ये ही नहीं कई बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस रसोई की थाली का सेवन भी किया है.

English Summary: Indira Rasoi Thali: Eat a lot of food for 8 rupees, many nutritious food will be available in one plate
Published on: 20 June 2023, 04:59 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now