NSC की बड़ी पहल, किसान अब घर बैठे ऑनलाइन आर्डर कर किफायती कीमत पर खरीद सकते हैं बासमती धान के बीज बिना रसायनों के आम को पकाने का घरेलू उपाय, यहां जानें पूरा तरीका भीषण गर्मी और लू से पशुओं में हीट स्ट्रोक की समस्या, पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 13 October, 2020 12:00 AM IST

किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए केंद्र व राज्य सरकार की ओर से कई तरह की पहल की जा रही है. इसी क्रम प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (Pradhan Mantri Krishi Sinchai Yojana) के तहत हर खेत को पानी पहुंचाने के मकसद से उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के कप्तानगंज ब्लॉक का चयन किया गया है. यह जानकारी डीएम आशुतोष निरंजन ने दी है. खबरों के मुताबिक, उन्होंने बताया कि इस Pradhan Mantri Krishi Sinchai Yojana के मानक 750 मिमी प्रतिवर्ष से अधिक वर्षा वाले ब्लॉकों में जिले का एक मात्र ब्लॉक कप्तानगंज का चयन किया गया है.

285 किसानों के खेतों में होगी फ्री में बोरिंग

उन्होंने बताया कि इसके अंतर्गत 385 निशुल्क बोरिंग का लक्ष्य प्राप्त हुआ है. इसमें से 285 निशुल्क बोरिंग सामान्य जाति व 100 अनुसूचित जाति/जनजाति के किसानों का लक्ष्य है. हालांकि इसमें महिला किसानों को वरीयता दी जाएगी. इसके अलावा 48 मध्यम गहरी बोरिंग का लक्ष्य भी प्राप्त हुआ है जिसमें से 40 सामान्य व 8 अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए होंगी.

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का उद्देश्य (Purpose of Prime Minister Agricultural Irrigation Scheme)

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना योजना का उद्देश्य 750 मिमी प्रतिवर्ष से अधिक वर्षा वाले ब्लॉकों में भू-जल से सिंचन क्षमता में वृद्धि करना है.

बोरिंग के लिए 85 हजार रुपये दिया जाएगा अनुदान (85 thousand rupees will be given for boring)

इस योजना में लघु सीमांत कृषकों की बोरिंग का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए 75 हजार रुपये बोरिंग के लिए तथा दस हजार रुपये जल वितरण प्रणाली के लिए अनुदान दिया जाएगा. सामान्य श्रेणी के किसानों के नलकूपों का ऊर्जीकरण करने के लिए अधिकतम 68 हजार रुपये अनुदान दिया जाएगा.

सोलर पंप के लिए मिलेगा 3.85 लाख रुपये अनुदान (3.85 lakh rupees grant for solar pump)

उन्होंने बताया कि अनुसूचितजाति/जनजाति श्रेणी के किसानों के नलकूपों पर 5 एचपी के सौर ऊर्जा चालित पंप की स्थापना की जाएगी. इसके लिए अधिकतम 3.85 लाख रुपये अनुदान दिया जाएगा. इस प्रकार कुल 4.70 लाख रुपये का अनुदान अनुमन्य होगा.

फ्री में सोलर पंप कैसे मिलेगा? (How to get Solar Pump for Free?)

Solar pump यूपी नेडा से अथवा उनके ओर से पंजीकृत वेंडरों से लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि चयन में महिला किसानों को वरीयता दी जाएगी एवं ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर चयन किया जाएगा.

अधिक जानकारी के लिए http://upneda.org.in/Index-hi.aspx पर विजिट करें.

English Summary: Good news: Rs 3.85 lakh grant for Solar Pump, know the whole process
Published on: 13 October 2020, 02:11 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now